शिलांग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहने गए पारंपरिक पहनावे पर अपमानजनक टिप्पणी के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता कीर्ति आजाद ने माफी मांगी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मेरी बातों का गलत अर्थ निकाला गया. इसके बाद भी मेरी बातों से जिन लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, उनसे मैं माफी मांगता हूं. 


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दरअसल, पीएम मोदी 18 दिसंबर को शिलांग के दौरे पर गए थे. इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करने से पहले उन्होंने खासी पोशाक पहना था, जो कि वहां का पारंपरिक ड्रेस है. इसे जिमफोंग कहा जाता है. कीर्ति आजाद ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ वैसी ही ड्रेस में एक महिला की तस्वीर शेयर की थी.


इस पोस्ट में दोनों तस्वीरों के साथ कीर्ति आजाद ने अपमानजनक बातें भी लिखी थीं, जिस पर विवाद खड़ा हो गया. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मॉवरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पहने गए ड्रेस का मजाक उड़ाना बहुत दुखद है. पीएम जब भी हमारे राज्य का दौरा करते हैं तो पारंपरिक ड्रेस पहनकर उसका सम्मान करते हैं. वो उसे गर्व से धारण करते हैं.’


 



मेघालय, असम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी कीर्ति आजाद की आलोचना की और उनसे माफी मांगने को कहा. हालांकि, मामला बढ़ता देख कीर्ति ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया. और माफी मांगते हुए लिखा कि मुझे देश की विविध संस्कृतियों पर गर्व है और उनके प्रति सम्मान भी है. अनजाने में मेरे द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर मुझे खेद है. कीर्ति ने अपनी प्रतिज्ञा दोहराने की बात कहते हुए ट्वीट किया कि वो संवैधानिक मूल्यों का हमेशा ख्याल रखेंगे.


उन्होंने एक और ट्वीट किया और लिखा, 'मैंने ड्रेस का अपमान नहीं किया है, मुझे भी इससे प्यार है. मैं यह बताने की कोशिश कर रहा था कि हमारे प्रधानमंत्री फैशन स्टेटमेंट बनाना पसंद करते हैं. वो ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ते.'


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