Kisan Andolan News: केंद्र के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. किसानों ने मुजफ्फरनगर महापंचायत में सरकार को घेरने के लिए नई रणनीति तैयार की है. किसानों ने उत्तर प्रदेश के जिला मुख्यालयों को घेरने की तैयारी की है. इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा को हरिद्वार से दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर तक ट्रैक्टर आंदोलन का प्रस्ताव भी भेजा गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अब किसानों का ट्रैक्टर आंदोलन?


महापंचायत में निर्णय लिया गया कि यूपी के किसान 21 फरवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे. महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा को 26-27 फरवरी के लिए ट्रैक्टर आंदोलन का प्रस्ताव भेजा गया है. इस प्रस्ताव के मुताबिक 26 और 27 फरवरी को हरिद्वार से गाजीपुर बॉर्डर तक किसान ट्रैक्टर आंदोलन करेंगे. नेशनल हाईवे पर सड़क किनारे दिल्ली की तरफ मुंह करके किसान अपने ट्रैक्टर खड़े करेंगे.


संयुक्त किसान मोर्चे के हरी झंडी का इंतजार


26–27 फरवरी का ट्रैक्टर आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा महापंचायत के प्रस्ताव को स्वीकारने के बाद ही होगा. संयुक्त किसान मोर्चा को 21 फरवरी तक प्रस्ताव पर विचार करने का समय दिया गया है.


हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च


दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की ओर से आज शनिवार को हरियाणा के पुंडरी में किसान आंदोलन के समर्थन ने ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. ट्रैक्टर मार्च में शामिल किसानों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गुस्साए किसानों ने कहा कि सरकार को बातचीत करके इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए. 


केंद्र पर साधा निशाना


किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि अब केंद्र सरकार का दावा है कि 22 फसलों पर लागत मूल्यों में 50 प्रतिशत रिटर्न की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एमएसपी बढ़ाई गई है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो किसानों को इसका लाभ क्यों नहीं मिल रहा. सरकार लगातार किसानों के हितों से खिलवाड़ कर रही है.