नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग चेनानी-नाशरी का उद्धाटन कर दिया है. यह सुरंग जम्‍मू और श्रीनगर की राह को आसान करेगी और यात्रा में लगने वाले समय में कटौती होगी.


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एक निगाह चेनानी-नाशरी सुरंग की खासियतें पर-


-सुरंग के अंदर घुटन महसूस न हो इसलिए इसे पूरी तरह हवादार बनाया गया है.


-टनल के भीतर और बाहर करीब 124 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और हर कैमरे की दूरी 75 मीटर है


-जम्मू से कश्मीर घाटी जाने वाले वाहनों को इस टनल से गुजरना काफी सस्ता पड़ेगा


-कार चालकों के लिए 55 रुपये (आने-जाने के लिए 85 रुपये)


-मिनीबस को 90 रुपये (आने-जाने के लिए 135 रुपये)


-बस ट्रक को 190 रुपये (आने-जाने के लिए 285 रुपये)


-इससे महीने में करीब 30 लाख रुपये ईंधन की बचत होगी


-विपरीत परिस्थितियों में आरएफएंडएफएस ट्रांसपोर्ट नेटवर्क लिमिटेड ने इसका निर्माण रिकॉर्ड साढ़े चार साल में किया है


-1200 मीटर की ऊंचाई पर बने इस सुरंग में दो समानातंर ट्यूब हैं


-मुख्य ट्यूब का व्यास 13 मीटर है और सुरक्षा ट्यूब या निकास ट्यूब का व्यास छह मीटर है


-इस सुरंग मार्ग पर 3,720 करोड़ रुपए की लागत आई है


-सुरंग में हर 150 मीटर पर एसओएस बॉक्स लगे हैं


-आईटीसीआर से मदद पाने के लिए यात्रियों को एसओएस बॉक्स खोलकर बस 'हैलो' बोलना होगा


-आपातकालीन स्थिति में यात्री इनका इस्तेमाल हॉट लाइन की तरह कर सकेंगे


-एसओएस बॉक्स में फर्स्ट एड का सामान और कुछ जरूरी दवाएं भी होंगी


-मुख्य ट्यूब में हर 8 मीटर पर ताजा हवा के लिए इनलेट बनाए गए हैं


बताया जा रहा है कि इससे समय और ईंधन की बचत होगी और शेष भारत से इस राज्य का संपर्क सुगम हो जाएगा. हिंदुस्तान की सबसे लंबी सुरंग को तैयार करने में करीब पांच साल का वक्त लगा इसमें ज्यादातर स्थानीय लोगों को ट्रेनिंग देकर सुरंग के काम में लगाया गया.


उम्मीद की जा रही है कि सुरंग की वजह से कश्मीर घाटी में कारोबार बढ़ेगा और सैलानियों की तादाद भी बढ़ेगी.