Lakshmi Vilas Palace: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में टाटा-एयरबस C295 विमान सुविधा के संयुक्त उद्घाटन के बाद सोमवार को वडोदरा के लक्ष्मी विलास पैलेस में अपने स्पेनिश समकक्ष पेड्रो सांचेज़ की मेजबानी करेंगे. भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए स्पेन के प्रधानमंत्री सोमवार सुबह वडोदरा पहुंचे. दोनों नेताओं के स्वागत के लिए तैयार वडोदरा शहर को रोशनी को दुल्हन की तरह सजा दिया है. यह पहली बार है कि दो शासनाध्यक्षों की मेजबानी लक्ष्मी विलास पैलेस में की जा रही है. पीएम मोदी भी पीएम बनने के बाद पहली बार महल का दौरा कर रहे हैं. वडोदरा में मौजूद यह पैलेस कई मायनों में खास है.


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यह पैलेस वडोदरा के शाही परिवार का निवास स्थान है, जो 19वीं शताब्दी के इंडो-सरसेनिक शैली में 6 मिलियन रुपये की लागत से बनाया गया था. 500 एकड़ में बना यह अब तक का सबसे बड़ा निजी घर है और इंग्लैंड के किंग के घर (बकिंघम पैलेस) से भी चार गुना बड़ा है. महल का मैदान 500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें कई संरचनाए हैं, जिनमें LVP बैंक्वेट्स और कन्वेंशन, मोती बाग पैलेस और महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय शामिल हैं.



1930 के दशक में, महाराजा प्रतापसिंह ने अपने यूरोपीय मेहमानों के लिए एक गोल्फ़ कोर्स की स्थापना की. बाद में, 1990 के दशक में, प्रतापसिंह के पोते, समरजीतसिंह (पूर्व रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खिलाड़ी) ने इस कोर्स का जीर्णोद्धार किया और इसे आम जनता के लिए सुलभ बनाया. महल परिसर में मोती बाग क्रिकेट ग्राउंड, बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यालय और एक दुर्लभ इनडोर टीक-फ़्लोर वाला टेनिस और बैडमिंटन कोर्ट भी है.



दोनों प्रधानमंत्री सोमवार को सुबह 11 बजे लक्ष्मी विलास पैलेस पहुंचेंगे, जहां वे C-295 विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन करेंगे. दोनों प्रधानमंत्रियों के काफिले गेट नंबर-1 से एलवीपी में प्रवेश करेंगे और उसके बाद दोनों नेता 5,000 वर्ग फीट के दरबार हॉल में मिलेंगे, जिसमें राजा का सिंहासन है. इसके बाद स्पेन के प्रधानमंत्री महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय का दौरा भी कर सकते हैं. भारत और स्पेन के बीच आधिकारिक बैठक और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर यूजिनी हॉल में होने वाले हैं, जो पहली मंजिल पर मौजूद है. 



प्रधानमंत्री मोदी और सांचेज इस 2,622 वर्ग फीट के हॉल में लंच के साथ बैठक भी करेंगे, जिसमें करीब 70 लोगों के बैठने की क्षमता है. इस बीच एलवीपी के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित हॉल में 100 लोगों के लंच की व्यवस्था की गई है. यूजिनी हॉल को मधुर शास्त्रीय संगीत के साथ सफेद और सुनहरी रोशनी से जगमगाया जाएगा. 


इस महल का निर्माण महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने 1890 में करवाया था, जो बड़ौदा राज्य पर शासन करते थे. मेजर चार्ल्स मंट को महल का मुख्य वास्तुकार माना जाता है.