एक छोटी सी बात पर धोनी और साक्षी के बीच हुई थी बहसबाजी, वजह जानकर चकरा जाएगा सिर
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एक छोटी सी बात पर धोनी और साक्षी के बीच हुई थी बहसबाजी, वजह जानकर चकरा जाएगा सिर

दुनिया के सबसे सफल और खतरनाक विकेटकीपर्स में शुमार महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड्स और कारनामों का वर्ल्ड क्रिकेट में जबरदस्त डंका बजता है. महेंद्र सिंह धोनी जब क्रिकेट के मैदान पर विकेट के पीछे खड़े होते तो विरोधी टीम के बल्लेबाजों को बहुत चौकन्ना रहना पड़ता था.

एक छोटी सी बात पर धोनी और साक्षी के बीच हुई थी बहसबाजी, वजह जानकर चकरा जाएगा सिर

दुनिया के सबसे सफल और खतरनाक विकेटकीपर्स में शुमार महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड्स और कारनामों का वर्ल्ड क्रिकेट में जबरदस्त डंका बजता है. महेंद्र सिंह धोनी जब क्रिकेट के मैदान पर विकेट के पीछे खड़े होते तो विरोधी टीम के बल्लेबाजों को बहुत चौकन्ना रहना पड़ता था. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 2004 में अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का आगाज किया था. महेंद्र सिंह धोनी ने 2004 से लेकर 2019 तक इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 538 मैच खेले और 829 शिकार किये. महेंद्र सिंह धोनी ने इस दौरान 634 कैच लपके और 195 स्टंपिंग कीं.

धोनी और साक्षी के बीच हुई थी बहसबाजी

भारत के महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम न केवल वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 123 स्टंपिंग करने का रिकॉर्ड है, बल्कि उनकी बेहतरीन स्टंपिंग उनकी विकेटकीपिंग क्षमता और तेज रिफ़्लेक्सेस की पहचान है. महेंद्र सिंह धोनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने एक चौंकाने वाले वाकये का खुलासा किया है. एक बार स्टंपिंग को लेकर धोनी और उनकी पत्नी साक्षी के बीच क्रिकेट मैच देखने के दौरान बहस हो गई.

वजह जानकर चकरा जाएगा सिर

धोनी ने कहा, 'हम घर पर वनडे मैच देख रहे थे, साक्षी मेरे साथ थीं. आमतौर पर मैं और साक्षी क्रिकेट के बारे में बात नहीं करते. गेंदबाज ने वाइड गेंद फेंकी और बल्लेबाज स्टंप आउट हो गया. मैदानी अंपायर ने थर्ड अंपायर की मदद ली. मेरी पत्नी ने कहा, 'यह आउट नहीं है और जब तक उसने ऐसा कहा, बल्लेबाज वापस जाने लगा था. आप बस देखिए कि वे उसे वापस बुला लेंगे, वाइड गेंद पर कोई स्टंप नहीं हो सकता.'

किस्से को सुनकर दर्शक भी हंसने लगे

धोनी आगे कहते हैं, 'मैंने कहा नहीं, वाइड बॉल पर भी स्टंपिंग की जा सकती है, लेकिन नो बॉल पर नहीं. और इसके बाद साक्षी ने कहा, 'तुमको कुछ नहीं पता है' (तुम्हें कुछ नहीं पता), तुम बस इंतजार करो, थर्ड अंपायर बल्लेबाज को वापस बुलाएगा.' और जब तक यह बातचीत हो रही थी, तब तक बल्लेबाज सीमा रेखा पर पहुंच चुका था. और वह कहती है, 'नहीं, नहीं, उन्हें उसे वापस बुलाना होगा.' लेकिन आखिरकार जब अगला बल्लेबाज आया, तो वह कहती है 'तुम्हें पता है कि कुछ गड़बड़ है.' धोनी द्वारा सुनाए गए किस्से को सुनकर दर्शक भी हंसने लगे.

धोनी के रिकॉर्ड्स

बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी की स्टंपिंग की आज भी बहुत तारीफ की जाती है. टीम इंडिया के लिए खेलते हुए मैच के कई नाजुक मौकों पर महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी चतुर विकेटकीपिंग से मैच का रुख बदला है. वर्ल्ड क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीन बड़ी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीत चुका है. इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था.

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