Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में लगातार नए मोड़ सामने आ रहे हैं. गुरुवार को पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि उन्हें जबरन कैमरे पर यह स्वीकार करने के लिए मजबूर किया गया कि कोलकाता पुलिस विभाग द्वारा उन्हें पैसे की पेशकश नहीं की गई थी. ये बयान एक दिन बाद आया जब पीड़िता के माता-पिता ने शहर की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे कि उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की. उनकी बेटी के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करा दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

..ठीक अंतिम संस्कार के बाद


डॉक्टर के माता-पिता का यह चौंका देने वाला बयान तब सामने आया जब टीएमसी ने एक वीडियो जारी किया जिसमें माता-पिता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें पुलिस द्वारा कोई पैसा नहीं दिया गया. टीएमसी ने गुरुवार को महिला डॉक्टर के माता-पिता द्वारा लगाए गए पुलिस कवर-अप के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये नया वीडियो उनके दावों का खंडन करता है और दिखाता है कि परिवार पहले जांच से संतुष्ट था. हालांकि, परिवार ने टीएमसी के दावों का तुरंत जवाब दिया और कहा कि यह वीडियो पहले पुलिस द्वारा जबरदस्ती रिकॉर्ड किया गया था, ठीक अंतिम संस्कार के बाद.


पुलिस ने की पैसे की पेशकश


बुधवार को पीड़िता के माता-पिता और रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि पुलिस "शव का अंतिम संस्कार करने की जल्दी में थी और यहां तक कि पैसे की पेशकश भी की". कोलकाता पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए डॉक्टर के माता-पिता ने कहा कि 9 अगस्त को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें पैसे की पेशकश की और एक सफेद कागज पर उनके हस्ताक्षर मांगे. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उन पर अपनी बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने का काफी दबाव था, जबकि वे ऐसा नहीं चाहते थे.


शव देखने की अनुमति नहीं दी गई..


पीड़िता के पिता ने कहा, "पुलिस ने शुरू से ही मामले को दबाने की कोशिश की. हमें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई और जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया, तब हमें पुलिस स्टेशन पर इंतजार करने के लिए कहा गया. बाद में, जब शव हमें सौंपा गया, तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें पैसे की पेशकश की, जिसे हमने तुरंत ठुकरा दिया."


टीएमसी ने क्या कहा..


बुधवार को कोलकाता पुलिस के खिलाफ लगाए गए आरोपों का टीएमसी ने भी जवाब दिया है. टीएमसी नेता और मंत्री शशि पांजा ने कहा कि माता-पिता का एक नया वीडियो सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि आरोप झूठे हैं और पीड़िता के माता-पिता के आसपास हो रही घटनाओं के लिए विपक्ष को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा, "बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि घटना के बाद एक पुलिस अधिकारी ने माता-पिता को पैसे की पेशकश की थी. एक और वीडियो सार्वजनिक हो गया है, जिसमें माता-पिता ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे दावे झूठ हैं और वे केवल अपनी बेटी के लिए न्याय चाहते हैं."


यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद


उन्होंने आगे कहा, "हम दुखी माता-पिता के दर्द की कल्पना भी नहीं कर सकते. यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है और हम सभी पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. लेकिन, यहां राजनीति नहीं होनी चाहिए. हम विनम्रतापूर्वक अपील करना चाहते हैं कि माता-पिता पर कुछ भी करने के लिए कोई राजनीतिक दबाव नहीं होना चाहिए." 9 अगस्त को अपनी बेटी की क्रूर हत्या के लिए न्याय की मांग करते हुए, पीड़िता की मां ने गुरुवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रोफेसरों और साथी छात्रों को एक भावनात्मक और दर्दभरा पत्र लिखा.


'तिलोत्तमा की मां'


'तिलोत्तमा की मां' के नाम से शुरू हुए इस पत्र में उन्होंने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने में मदद करने वाले सभी शिक्षकों का धन्यवाद किया. अपनी बेटी के कई डिग्री प्राप्त करने के सपने का जिक्र करते हुए मृतक डॉक्टर की मां ने कहा, "वह हमेशा कहती थी, मां मुझे पैसे की जरूरत नहीं, मुझे बहुत सारी डिग्रियां चाहिए ताकि मैं लोगों का इलाज कर सकूं और उन्हें एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकूं." मां ने अपने पत्र में आगे सभी शिक्षकों और छात्रों से सीबीआई को जानकारी प्रदान करने का अनुरोध किया. क्योंकि उन्हें अपनी बेटी को खोए हुए 28 दिन हो गए हैं और अब तक जांच जारी है.