नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव मामले में भारत ने बयान जारी किया है. भारत ने कहा कि मुलाकात के दौरान जाधव दबाव में दिख रहे थे. पूरी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे. पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण जाधव पर झूठे आरोपों को कबूल करने का दबाव है. कुलभूषण जाधव के लिए न्याय की कोशिशें जारी रहेंगी. जाधव को भारत सुरक्षित वापस लाने की कोशिश भी जारी रहेगी. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कुलभूषण जाधव की मां से बात की. 


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दरअसल, पाकिस्‍तान सरकार ने आज वहां की जेल में बंद कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को कॉन्‍सुलर एक्‍सेस मुहैया कराई. भारत ने पाकिस्‍तान के इस प्रस्‍ताव को सोमवार को स्‍वीकारने के बाद भारतीय डिप्‍टी हाई कमिश्‍नर गौरव अहलूवालिया को जाधव से मिलने भेजा. गौरव अहलूवलिया और कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) के बीच ढाई घंटे मुलाकात हुई. मुलाकात के बाद भारत की ओर से बयान आया है. 


बता दें कि भारत करीब 3 साल से कुलभूषण जाधव का कॉन्‍सुलर एक्‍सेस लेना चाह रहा था. पाकिस्‍तान से इससे पहले भी कॉन्‍सुलर एक्‍सेस देने के मामले में कुछ शर्तें रखी थीं, जिसे भारत की ओर से अस्‍वीकार कर दिया गया था. इस बार भी पाकिस्‍तान सरकार ने दो घंटे का समय देने की बात कही थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैजल ने अपने एक ट्वीट में कहा, "कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस सोमवार को प्रदान की जाएगी." 


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भारत के रिटायर्ड नेवी अफसर जाधव को पाक की सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में जासूसी और आतंकवाद के आरोप पर मौत की सजा सुनाई थी. इसके बाद भारत इस मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले गया था. कोर्ट ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी थी. इस साल जुलाई में आईसीजे ने पाक को आदेश दिया था कि वह बिना देर किए जाधव को काउंसलर एक्सेस मुहैया करवाए.