PM मोदी ने किया कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन, जानिए खासियत और रणनीतिक महत्व
Inauguration Of Kushinagar Airport: कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट वहां है जहां भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था. एयरपोर्ट के उद्घाटन से यूपी में टूरिज्म बढ़ने की संभावना है.
कुशीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज (बुधवार को) कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kushinagar International Airport) का उद्घाटन किया और कहा कि ये 'दशकों की आकांक्षाओं और प्रयासों की अभिव्यक्ति' है. खास बात है कि श्रीलंका (Sri Lanka) से पहली फ्लाइट आज सुबह कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी, जिसमें एक हाई लेवल डेलिगेशन आया. श्रीलंका के इस डेलिगेशन में मंत्रियों समेत बौद्ध भिक्षु भी शामिल थे.
प्रधानमंत्री ने बताया कि लुंबिनी (Lumbini), सारनाथ (Sarnath) और बोधगया (Bodhgaya) जैसे अन्य बौद्ध स्थल कुशीनगर से थोड़ी दूरी पर हैं, जिन्हें बौद्ध सर्किट से एक साथ जोड़ा गया. भारत ने हवाईअड्डों की संख्या बढ़ाकर अपनी कनेक्टिविटी का विस्तार किया है और आने वाले सालों में भारत में 200 और हवाईअड्डे होंगे.
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की लोकेशन
बता दें कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्थित है. ये एयरपोर्ट गोरखपुर से 47 किलोमीटर दूर है. गोरखपुर पूर्वांचल का प्रमुख शहर है. गोरखपुर का बॉर्डर नेपाल के साथ लगता है. कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट रणनीतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है.
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कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खासियत
जान लें कि 260 करोड़ रुपये की लागत से बना और 3,600 वर्ग मीटर में फैला कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट धार्मिक पर्यटन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि कुशीनगर वो स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने 'महापरिनिर्वाण' प्राप्त किया था. ये चार प्रमुख बौद्ध स्थलों में से एक है. कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का बनना उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार के आसपास के जिलों के लिए भी फायदेमंद है. जून, 2020 में कुशीनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिला था. कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में सिंगल रनवे 3.2 किलोमीटर यानी 10 हजार फीट लंबा और 45 मीटर यानी 148 फीट चौड़ा है.
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का महत्व
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ऑपरेशनल होने से उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. कुशीनगर भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण स्थल है. यहां से श्रावस्ती, कपिलवस्तु और लुंबिनी भी ज्यादा दूर नहीं है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'ये मेरी प्रतिबद्धता थी और हमने इसे पूरा किया है. हम बौद्ध स्थलों को जोड़ने, टूरिस्ट की सुविधाओं में सुधार और पर्यटकों के आराम को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर देते हैं. ये हवाईअड्डा न केवल भारत से बल्कि थाईलैंड, कोरिया, जापान, कंबोडिया और श्रीलंका सहित अन्य देश दुनिया भर के बौद्धों की सेवा करेगा.'
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प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ना सिर्फ कनेक्टिविटी के लिए बल्कि किसानों, पशुपालन करने वालों, दुकानदारों, मजदूरों और लोकल बिजनेसमैन के लिए भी फायदेमंद होगा. इससे बिजनेस का इकोसिस्टम बनेगा. टूरिज्म बढ़ेगा तो रोजगार बढ़ेगा.
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन पर श्रीलंका के कोलंबो से एक फ्लाइट श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल को लेकर एयरपोर्ट पर लैंड की. ये लोग अपने साथ भगवान बुद्ध के अवशेषों को प्रदर्शनी के लिए लाए. श्रीलंका के अलावा साउथ ईस्ट एशिया के देशों जैसे- थाईलैंड, ताइवान, वियतनाम और सिंगापुर में भगवान बुद्ध के अनुयायी हैं. जापान और चीन में भी बड़ी संख्या में भगवान बुद्ध के अनुयायी हैं, जो कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुविधा ले सकते हैं. जल्द ही कुशीनगर से इन देशों के लिए फ्लाइट उड़ने लगेगी.
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली और मुंबई के लिए फ्लाइट्स का ऐलान पहले ही हो चुका है. यूपी के अन्य एयरपोर्ट से भी ये जल्द जुड़ जाएगा.
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