Land-For-Jobs Case Update: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचने के एक दिन बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को नौकरी के बदले जमीन मामले में मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव से पूछताछ शुरू की. पूछताछ उनकी बेटी मीसा भारती के आवास पंडारा पार्क स्थित आवास में हो रही है. मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं. लालू यादव के परिवार ने कहा कि वे जांच में सहयोग करेंगे.


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इस बीच लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा, 'पापा को लगातार परेशान किया जा रहा है. अगर उन्हें कुछ हुआ तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगी. पापा को तंग कर रहे हैं यह ठीक बात नहीं है. यह सब याद रखा जाएगा. समय बलवान होता है, उसमें बड़ी ताकत होती है. यह याद रखना होगा.' उन्होंने लिखा, 'पापा को ये लोग तंग कर रहे हैं अगर उनके तंग करने के कारण उन्हें ज़रा भी परेशानी होगी तो दिल्ली की कुर्सी हिला देंगे. अब बर्दाश्त करने की सीमा जवाब दे रही है.' 



 


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक एक सीबीआई अधिकारी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले, सीबीआई ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को जमीन के बदले नौकरी मामले में नोटिस दिया था कि जल्द ही लालू यादव से पूछताछ की जा सकती है.‘


इससे पहले सोमवार को सीबीआई ने इसी में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर पहुंची और उनसे पूछताछ की.


पिछले सीबीआई ने दायर की थी चार्जशीट
सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में चार्जशीट दाखिल की थी.  


क्या है यह मामला ?
यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर ‘ग्रुप-डी’ की नौकरी दिए जाने से संबंधित है.


प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न जोन में 2004-2009 के दौरान ग्रुप-डी पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में उन लोगों ने या उनके परिवार के सदस्यों ने प्रसाद और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के नाम पर अपनी जमीन दी. बाद में इस कंपनी का स्वामित्व प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने अपने हाथ में ले लिया था.


यह भी आरोप लगाया गया है कि पटना में लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने पांच बिक्री सौदों, दो उपहार सौदों के माध्यम से 1,05,292 वर्ग फुट जमीन लोगों से ली. इसके लिए विक्रेताओं को नगद भुगतान करने को कहा गया. इस जमीन की कीमत वर्तमान ‘सर्किल रेट’ के अनुसार 4.32 करोड़ रुपये है, लेकिन लालू प्रसाद के परिवार को यह जमीन इससे बहुत कम दाम में बेची गई.


साथ ही आरोप है कि नियुक्तियों के लिए रेलवे प्राधिकरण की ओर से जारी दिशानिर्देशों और आवश्यक प्रक्रियाओं को दरकिनार कर कथित लाभार्थियों की सेवाएं नियमित की गईं.


(इनपुट - एजेंसी)


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