`झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार...`, PM मोदी के वार से तिलमिला कर मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी सरकार के बताए ये 5 औजार
Modi vs Kharge: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पीएम मोदी के बीच ट्वीट वॉर चल रहा है. खरगे ने शुक्रवार की शाम को फिर से बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी में `B` का मतलब विश्वासघात है, जबकि `J` का मतलब जुमला है. 100 दिन की योजना की सरकार का पीआर स्टंट करार दिया है. यही नहीं खरगे ने मोदी सरकार पर झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार करने का आरोप लगाया है. पढ़ें पूरा मामला.
Mallikarjun Kharge to accuse BJP of deceit: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के बीच घमासान मचा हुआ है. पहले पीएम मोदी ने खरगे की आलोचना की और कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया. जिसके बाद अब फिर शुक्रवार को मल्लिकार्जुन खरगे ने फिर पीएम मोदी पर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट किया कि झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार ये 5 विशेषण हैं, जो सरकार को सबसे अच्छे से परिभाषित करते हैं.
हमले पर पलटवार किया और कहा कि प्रधानमंत्री मुख्य विपक्षी दल पर उंगली उठाने से पहले ध्यान दें कि "मोदी की गारंटी" 140 करोड़ भारतीय नागरिकों के साथ एक क्रूर मजाक है. उन्होंने प्रधानमंत्री पर झूठ, छल और कपट का आरोप लगाया और यह दावा भी किया कि भारतीय जनता पार्टी का मतलब विश्वासघात और जुमला है. प्रधानमंत्री मोदी ने खरगे के चुनावी वादों को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस पर बड़ा हमला किया था, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें लागू करना मुश्किल या असंभव है.
जानें क्यों मचा है बवाल?
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बुधवार को कर्नाटक में अपनी सरकार की खिंचाई कर दी थी. उन्होंने मुफ्त बस योजना (शक्ति) की समीक्षा करने की बात पर नाराजगी जताई थी. खरगे ने कहा था कि उतना ही वादा कीजिए जितना पूरा कर पाएं. जिसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा था. कर्नाटक सरकार की फ्री स्कीम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नसीहत क्या दे डाली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें घेर लिया. प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है. चुनाव दर चुनाव वे लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गये हैं! अब इसके जवाब में खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "नरेन्द्र मोदी जी, झूठ, छल, कपट, लूट और प्रचार, ये पांच विशेषण हैं जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं. सौ दिन की योजना के बारे में आपका ढोल पीटना एक सस्ता पीआर स्टंट था."
खरगे ने बीजेपी का बताया अलग ही मतलब
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी (भाजपा) में 'बी' का मतलब विश्वासघात है, जबकि 'जे' का मतलब जुमला है. उन्होंने सवाल किया, "प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन भारत में बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर क्यों है? जहां भी मुट्ठीभर नौकरियों के लिए रिक्तियां होती हैं वहां भगदड़ क्यों देखी जाती है?
सात साल में 70 पेपर लीक का ज़िम्मेदार कौन?
सार्वजनिक उपक्रमों में हिस्सेदारी बेचकर किसने छीनी पांच लाख सरकारी नौकरियाँ?’’ उन्होंने कहा कि घरेलू बचत 50 साल के निचले स्तर पर क्यों गिर गई है तथा पिछले साल ही आम थाली की कीमत 52 प्रतिशत क्यों बढ़ गई? खरगे ने दावा किया, "रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर है, आईसीयू में है या मार्गदर्शक मंडल में? आपकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 150 लाख करोड़ रूपये से अधिक उधार लिए हैं, यानी प्रत्येक भारतीय पर 1.5 लाख रूपये का कर्ज़ है.
विकसित भारत का क्या हुआ?
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि देश में आर्थिक असमानता 100 साल के उच्चतम स्तर पर है. खरगे ने कहा, "विकसित भारत का क्या हुआ? जो कुछ भी आप बनाने का दावा करते हैं वह ताश के पत्तों की तरह ढह रहा है. महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन आपके द्वारा किया गया, दिल्ली हवाई अड्डे की छत, अयोध्या में राम मंदिर की छत ढह गई और अटल सेतु में दरारें आ गईं.’’ उन्होंने कहा कि अनगिनत रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि "रील मंत्री" प्रचार में व्यस्त हैं.
ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा का क्या हुआ?
खरगे ने कहा, "ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा का क्या हुआ? हमारे पास आपके लिए केवल दो शब्द हैं - मोदानी मेगा घोटाला और सेबी अध्यक्ष. जबरन वसूली करके असंवैधानिक चुनावी बॉन्ड के माध्यम से लूट करना भाजपा का सबसे बड़ा वित्तीय अपराध है." उन्होंने सवाल किया कि ‘‘मैं देश नहीं झुकने दूंगा" का क्या हुआ? उन्होंने दावा किया कि गलवान के बाद प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीन चिट, चीनी निवेश के लिए लाल कालीन बिछाई गई और हर पड़ोसी देश के साथ रिश्ते खराब हुए.
‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘जय किसान, जय जवान’ का क्या हुआ?
खरगे ने सवाल किया कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘जय किसान, जय जवान’ का क्या हुआ? उन्होंने दावा किया, "अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराध में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अपराध में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. एससी/एसटी महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में 2014 की तुलना में 2022 में 1.7 गुना वृद्धि देखी गई."
"अच्छे दिन कहां हैं मोदी जी?
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि "निष्ठाहीन, प्रतिशोधी और काम न करने वाले नेताओं" को कांग्रेस की सरकारों पर संदेह पैदा करने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सवाल किया, "अच्छे दिन कहां हैं मोदी जी? अमृतकाल कहां है? वर्ष 2022 तक सभी के लिए आवास, 100 स्मार्ट सिटी या नोटबंदी के फायदों के बारे में आपने (प्रधानमंत्री) लोगों से जो झूठ बोला उसका क्या हुआ? इनपुट एजेंसी से भी