नई दिल्लीः गुजरात में विजय रूपाणी ने दूसरी बाद मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. गांधीनगर के सचिवालय ग्राउंड में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ओपी कोहली ने विजय रूपाणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. सुबह 11.30 बजे शुरू हुए समारोह में पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अरुण जेटली समेत 30 केंद्रीय मंत्री और बीजेपी शासित राज्यों के 18 मुख्यमंत्री मौजूद रहे. 


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शपथ ग्रहण समारोह में पहली पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी बैठे दिखे. इसके अलावा समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, डॉ.हर्षवर्धन, थावर चंद गहलोत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रामविलास पासवान शामिल हुए.


शपथ ग्रहण समारोह में गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबने पटेल, पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला और पूर्व केशुभाई पटेल मौजूद रहे.गोवा के सीएम मनोहर पार्रिकर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस, उत्तराखंड के सीेम त्रिवेंद्र सिंह रावत, राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे  और छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ.रमन सिंह मौजूद रहे. विजय रूपाणी के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी पहुंचे. नीतीश कुमार 15 साल बाद गुजरात आए.


विजय रूपाणी के बाद नितिन पटेल ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली. 



 


नितिन पटेल के बाद आर.सी.फल्दू, भूपेंद्र चूड़ास्मा और कौशक पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली.



सौरभ पटेल, गणपत वसावा, जयेशभाई रदाड़िया ने भी मंत्री पद की शपथ ली.



 दिलीप ठाकोर, ईश्वर भाई परमार और प्रदीप सिंह जाडेजा ने भी गुजरात सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली.



कैबिनेट मंत्रीः नितिन पटेल (डिप्टी सीएम), आर.सी.फल्दू, जयेश रदाड़िया, भूपेंद्र चूड़ास्मा, कौशिक पटेल, सौरभ पटेल, गणपत वसावा, दिलीप ठाकोर, ईश्वर भाई परमार


राज्यमंत्रीः प्रदीप सिंह जाडेजा, परबत पटेल, जयद्रथ सिंह परमार, रमणलाल पाटकर, पुरुषोत्तम सोलंकी, ईश्वर सिंह पटेल, वसनभाई अहिर, किशोर कनानी, बच्चू भाई खाबड़, विभावरी बेन दवे


इससे पहले पीएम मोदी सुबह अहमदाबाद पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से सचिवालय मैदान तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया था. शपथ ग्रहण से पहले विजय रूपाणी सुबह अपनी पत्नी के साथ मंदिर गए और पूजा-अर्चना की थी. 



बीजेपी ने इस समारोह के लिए बड़ी संख्या में साधु संतों को भी न्योता दिया गया था. शपथ ग्रहण समारोह के लिए तीन मंच बनाए गए.



जिनमें से एक पर शपथ ग्रहण हुआ, दूसरे पर साधु संत बैठे और तीसरा मंच वीवीआईपी के बैठने के लिए था. शपथ ग्रहण समारोह में 4 हजार वीआईपी शामिल हुए. समारोह में करीब 12 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी.