नई दिल्लीः दो साध्वियों से रेप के मामले में पंचकूला की सीबीआई कोर्ट से दोषी करार दिए गए डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सोमवार को सजा सुनाई गई. सुरक्षा कारणों से रोहतक की सुनारिया जेल में बनाई गई अस्थाई कोर्ट में जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को 10-10  साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई. कोर्ट ने राम रहीम को आईपीसी की धारा 354, 376, 506, 511 के तहत सजा का ऐलान किया गया. राम रहीम की मेडिकल जांच की गई. सीबीआई के वकील ने कहा कि ये बुराई पर अच्छाई की जीत है. 15 साल पुराने मामले में आए कोर्ट के फैसले पर सीबीआई की कोर्ट ने राम रहीम पर अलग-अलग मामलों में कुल  30 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया. इसमें 14-14 लाख रुपए दोनों पीड़ि‍ताओं को दिया जाएगा.


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फैसला सुनते ही सिर पकड़ बैठ गया राम रहीम
फैसला सुनाए जाने के बाद राम रहीम सिर पकड़कर जमीन पर बैठ गया और रोने लगा. इसके बाद राम रहीम को कोर्ट रूम से जबरदस्ती बाहर निकाला गया. राम रहीम को सोमवार को ही कैदी वाली वर्दी दी जाएगी और जेल ले जाया जाएगा.डेरा सच्चा सौदा ने कहा है कि सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के फैसले के खिलाफ डेरा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट जाएगा.


सीबीआई ने की थी अधिकतम सजा की मांग
2.30 बजे सजा पर बहस के दौरान सीबीआई ने कहा कि ये रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस है इसलिए राम रहीम को अधिकतम सजा दी जानी चाहिए. जिसके बाद राम रहीम के वकील ने कोर्ट के बताया कि राम रहीम ने सामाजिक कार्य किए हैं. इसलिए सजा में नरमी बरती जानी चाहिए.


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सजा सुनाए जाने से पहले राम रहीम ने कोर्ट के सामने माफी मांगी. इस दौरान राम रहीम रो पड़े और कोर्ट से रहम की गुहार लगाई. जबकि सीबीआई ने किसी भी तरह की राहत दिए जाने का विरोध करते हुए कहा कि राम रहीम को आजीवन कारावास की सजा दी जाए. आपको बता दें कि रोहतक की सुनारिया जेल में बनाए गए कोर्ट रूम में केवल दोनों पक्षों के वकीलों को ही जाने की इजाजत थी. जज द्वारा फैसला पढ़े जाने के बाद दोनों पक्षों के वकीलों ने बाहर आकर इसकी जानकारी दी.  


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गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम पर साल 2002 में साध्वी ने यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था. इस केस में लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने 25 अगस्त 2017 को राम रहीम को दोषी करार दिया था. इसके बाद राम रहीम के समर्थकों ने हरियाणा के कई जिलों में जमकर उत्पात मचाया था. इस हिंसा में 38 लोग मारे गए थे वहीं सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए थे. 


हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे जज
इससे पहले पंचकूला सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह हेलीकॉप्टर रोहतक पहुंचे थे. सुरक्षा कारणों से सीबीआई कोर्ट के जज को हेलीकॉप्टर के जरिए 40 मिनट का सफर तय करना पड़ा. आपको बता दें कि जब से राम रहीम को कोर्ट ने दोषी करार दिया है. तभी से पूरे हरियाणा में तनाव बना हुआ है. हरियाणा के अलावा यूपी, राजस्थान और दिल्ली में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद कोई हिंसक घटना ना हो इसके लिए प्रशासन ने रोहतक और सिरसा के साथ हरियाणा के सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंजताम किए है.


संदिग्ध के देखे जाने पर गोली मारने के थे आदेश
रोहतक जेल के बाहर किसी भी संदिग्ध के देखे जाने पर गोली मारने के आदेश दिए गए है. रोहतक के उपायुक्त ने कहा है कि उपद्रवियों ने यदि चेतावनी को धता बताया तो उन पर गोलियां चलाई जा सकती हैं . रोहतक के उपायुक्त अतुल कुमार ने पत्रकारों को बताया, ‘‘हम रोहतक में किसी को उपद्रव पैदा नहीं करने देंगे . कानून तोड़ने वाले और हिंसा या आगजनी करने वाले अपनी स्थिति के लिए खुद जिम्मेदार होंगे . उपद्रव करने वाले को पहले चेतावनी दी जाएगी और यदि उसने ध्यान नहीं दिया तो उसे गोलियों का सामना करना पड़ेगा .’’ 


सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद हुई हिंसा में 38 की मौत
आपको बता दें कि शुक्रवार (25 अगस्त) को जब सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दोषी ठहराया था तब हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में उसके अनुयायियों ने उत्पात मचाया था. राम रहीम के डेरा वाले शहर सिरसा में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा और पंजाब में मोबाइल इंटरनट सेवाएं मंगलवार साढ़े ग्यारह बजे तक निलंबित रहेंगी. सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय के परिसर तक इंटरनेट लीज लाइनें भी तबतक के लिए काम नहीं करेंगी. 


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राज्य के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने बताया कि गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाये जाने के तत्काल बाद भड़की हिंसा और आगजनी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है. संधू ने कहा कि जिस जेल में गुरमीत को रखा गया है उसे बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है. यह जेल रोहतक के बाहरी इलाके सुनारिया गांव में है. पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा सरकार को जेल में सभी जरुरी इंतजाम करने को कहा था जहां न्यायाधीश दो साध्वियों का यौन उत्पीडन करने के 15 साल पुराने मामले में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनायेंगे.


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पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 52 मामले दर्ज किये हैं. 926 लोगों को गिरफ्तार किया है. हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में हिंसा के चलते भारी नुकसान हुआ. रोहतक के सुरक्षा इंतजाम पर नजर रख रहे पुलिस महानिरीक्षक नवदीप विर्क ने कहा कि नाम चर्चा घर से चर्चित डेरा सेंटरों पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गयी है. उन डेरा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है जो समस्या खड़ी करने के लिए लोगों को बुला सकते हैं.


हरियाणा में स्‍कूल दफ्तर बंद 
राज्य के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के मुताबिक राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद किसी भी आपातस्थिति से निबटने के लिए रोहतक में सेना को तैयार रहने को कहा गया है. रोहतक में सीआरपीसी की धारा 144 लगी हुई है जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने तथा आग्नेयास्त्र या कोई अन्य हथियार ले जाने पर रोक है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राम निवास ने एक सरकारी बयान में कहा कि सोमवार को राज्य में सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों, कॉलेजों समेत सभी शैक्षणिक संस्थान एवं अन्य संस्थान बंद रहे.


सिरसा को छोड़कर सभी जगह कर्फ्यू हटाया 
संधू ने बताया कि हरियाणा में सिरसा छोड़कर सभी स्थानों से कर्फ्यू हटा लिया गया है. सिरसा जिला प्रशासन ने रविवार सुबह शहर में डेरा प्रमुख मुख्यालय और उसके आसपास पांच घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी थी. शनिवार से हरियाणा और पंजाब में कहीं से किसी हिंसा की खबर नहीं है.