नई दिल्ली: गलवान घाटी में भारत (India) और चीन (China) के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच भारी तनाव का माहौल है. इस बीच बुधवार को लद्दाख में मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों की बैठक हुई. हालांकि ये बैठक बेनतीजा रही. चर्चा में कोई प्रगति नहीं हुई. जानकारी के मुताबिक कल दोबारा चर्चा होने की संभावना है. 


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आपतो बता दें कि बुधवार सुबह रक्षा मंत्रालय में भी एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे. इस बैठक में पूरे हालात की समीक्षा की गई. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं. 


वहीं, दूसरी तरफ बढ़ते तनाव के बीच LAC पर हाई अलर्ट है. हिमाचल के किन्नौर और लाहौल स्पीति, उत्तराखंड के चमोली और पिथौरागढ़, सिक्किम, अरुणाचल में सेना को भी पूरी तरह तैयार कर दिया गया है. उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भारत के हर एयरबेस को हर आपातस्थिति के लिए तैयार किया गया है. इसके अलावा नौसेना के जहाज भी तैयार हैं और समुद्र की गश्त तेज कर दी गई है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि लद्दाख सीमा पर भारी तनाव को देखते हुए इंडियन आर्मी ने सभी की छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं. सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है. 


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किस रेजिमेंट के कितने जवान हुए शहीद
(1) 16 बिहार रेजिमेंट - 12 जवान शहीद
(2) 12 बिहार रेजिमेंट - 1 जवान शहीद
(3) 3 पंजाब रेजिमेंट - 3 जवान शहीद
(4) 6 मीडियम रेजिमेंट ( आर्टिलरी) - 2 जवान शहीद
(5) 81 फील्ड रेजिमेंट - 2 जवान  शहीद



पूरा देश गुस्से में
लद्दाख में भारतीय सैनिकों पर चीनी सैनिकों की तरफ से हुए हमले को लेकर पूरे देश मे गुस्सा है. उत्तराखंड से सटे भारत नेपाल और भारत चीन सीमावर्ती इलाके के लोग सरकार से चीन के खिलाफ करवाई करने की मांग कर रहे हैं. बॉर्डर एरिया के लोग चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंक कर चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील कर रहे हैं.


इससे पहले सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गलवान घाटी में रात के अंधेरे में हुई झड़पों में कई सैनिक नदी या खाई में गिरने से शहीद हुए. चीनी सैनिक कील लगे डंडों और कंटीले तार लपेटे लोहे की रॉड से लैस थे और पूरी तैयारी के साथ आए थे.


सूत्रों के मुताबिक भारत के करीब 20 सैनिक शहीद हो गए हैं और चीन को भी करीब-करीब इतना ही नुकसान हुआ है. भारत के जो सैनिक शहीद हुए हैं उनमें एक कर्नल रैंक का अधिकारी भी शामिल है. चीन की तरफ से 43 जवान हताहत हुए हैं. हताहतों में मरने वाले और गंभीर रूप से घायलों की संख्‍या शामिल हैं. उच्‍च पदस्‍थ सूत्रों के अनुसार चीन की तरफ से हताहतों की संख्‍या में इजाफा भी हो सकता है. सूत्रों का कहना है कि चीन की तरफ की बातचीत को इंटरसेप्‍ट किया गया है, उसी आधार पर ये दावा किया जा रहा है.


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चीन के खिलाफ कूटनीतिक और सैन्य विकल्प क्या हैं
पहला विकल्प : चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की रणनीति बने
दूसरा विकल्प : LAC पर चीन को उसकी भाषा में जवाब 
तीसरा विकल्प : चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बने. जो देश चीन के खिलाफ हैं, भारत उन्हें साथ लेकर आए
चौथा विकल्प : समुद्र में चीन की घेराबंदी करे इंडियन नेवी. दबाव से समझौते के लिए मजबूर हो जाएगा चीन
पांचवां विकल्प : चीन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करे भारत