Uttarakhand Rescue Operation: अब तक मिल चुके हैं 33 शव, टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी
Uttarakhand Flood Rescue Operation LIVE Updates: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक विकराल बाढ़ आ गई. फिलहाल तपोवन टनल (Tapovan Tunnel) में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ का ज्वाइंट रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) जारी है. उत्तराखंड त्रासदी और देश-दुनिया की तमाम खबरों के ताजा अपडेट के लिए हमारे Live Blog के साथ बने रहिए...
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चमोली त्रासदी में मरने वालों की संख्या 33 हो चुकी है. तपोवन टनल में अभी 35 लोगों फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने की कोशिश जारी है.
उत्तराखंड में त्रासदी के बाद मेरठ से लापता हुए सभी 9 लोगों का पता चल गया है. वो फिलहाल तोलना में सकुशल है. कंपनी का उनसे सम्पर्क हो गया है. कल से उनसे संपर्क नही हो पा रहा था.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, 'हमारे पास 192 लापता लोगों के नामों की लिस्ट आई है लेकिन हमें 197 बताया गया है. उनमें से 30 शव मिल चुके हैं. बचे हुए लोगों के लिए सर्च अभियान जारी है.'
राज्यसभा के सदस्यों ने उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में उत्तराखंड त्रासदी पर जानकारी दी. उन्होंने कहा, '7 फरवरी 2021 के उपग्रह डाटा के अनुसार ऋषि गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में समुद्र तल से 5600 मीटर ऊपर ग्लेशियर के मुहाने पर हिमस्खलन हुआ, जो लगभग 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जितना बड़ा था. जिससे ऋषि गंगा नदी के निचले क्षेत्र में फ्लैश फ्लड की स्थिति बन गई.
उत्तराखंड में आई तबाही के बाद उत्तर प्रदेश के करीब 70 लोगों के लापता होने की खबर है. लापता लोगों में सबसे ज्यादा संख्या लखीमपुर जिले के लोगों की है. अधिकांश मजदूर तपोवन परियोजना पर काम करने गए थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए, सोमवार देर रात एक उच्च-स्तरीय बैठक की थी. इसके साथ ही राज्य सरकार ने एक टोल-फ्री नंबर 1070 और एक व्हाट्सऐप नंबर 9454441036 जारी किया है, जिस पर जो लोग लापता हैं, उनके परिवार के सदस्य मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, 'मलबे में से दो शव और बरामद हुए हैं और तीसरा शव दिख रहा है तो इस तरह अब तक कुल 29 शव बरामद हो चुके हैं.'
हरियाणा मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने उत्तराखंड त्रासदी (Uttarakhand disaster) में मुख्यमंत्री राहत कोष से 11 करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और आईटीबीपी से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली.
Uttarakhand Rescue Operation का वीडियो
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया, 'टनल में करीब 35 श्रमिक फंसे हैं, उनके लिए ड्रिल करके टनल में रस्सी लगाने की कोशिश की जा रही है. इसकी सफलता में अभी थोड़ा समय लगेगा, लेकिन इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सुबह फोन आया था, प्रधानमंत्री लगातार यहां का अपडेट ले रहे हैं.'
उत्तराखंड के ग्लेशियर हादसे में झारखंड के लोहरदगा के 9 मजदूर लापता हैं. मजदूर के परिजनों ने उपायुक्त लोहरदगा दिलीप कुमार टोप्पो और बगडू थाना प्रभारी रंजन सिंह को आवेदन देकर मदद की गुहार लगाई है. चमोली की घटना में झारखंड के लोहरदगा के बेटहट गांव के 9 मजदूर लापता हैं. मजदूरो की सूची-
1. ज्योतिष बाखला
2. मंजनू बाखला
3. उर्बनुष बाखला
4.सुनील बाखला
5. नेमहास बाखला
6. रविंद्र उरांव
7. दीपक कुजूर
8. विक्की भगत
9. प्रेम उरांवITBP (देहरादून) की DIG अपर्णा कुमार ने बताया, कल रातभर आर्मी, ITBP, SDRF और NDRF की टीम तपोवन टनल से मलबा निकालने में लगी हुई थी. ज्यादा से ज्यादा मलबा निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. अभी तक कोई रिकवरी नहीं हुई है, लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही हम मलबा निकाल पाएंगे.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ के ITBP हॉस्पिटल जाकर ग्लेशियर हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना.
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने ट्वीट कर बताया, 'तपोवन में 8 नवंबर रात 8 बजे तक कुल 26 शव बरामद किए गए है. हादसे के बाद 171 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से लगभग 35 सुरंग में हैं, जहां बचाव अभियान अभी भी जारी है.
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने बताया, 'टनल में हम थोड़ा और आगे बढ़े हैं, लेकिन अभी टनल खुली नहीं है. हमें उम्मीद है कि दोपहर तक टनल खुल जाएगी. अबतक कुल 26 शव बरामद हुए हैं.'
तपोवन टनल को साफ करने में आईटीबीपी के साथ-साथ राज्य आपदा विमोचन बल (SDRF) की टीम भी लगातार काम कर रही है.
जोशीमठ के पास तपोवन टनल से मलवा हटाने का काम रातभर चलता रहा. आईटीबीपी की टीम सुरंग साफ करने में जुटी है.
आईटीबीपी के जवान त्रासदी के बाद प्रभावित गांवों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं.
उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को अचानक आई विकराल बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में बचाव और राहत अभियान जारी है. तीसरे दिन तपोवन टनल (Tapovan Tunnel) में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ का ज्वाइंट रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चल रहा है.