Raja Bhaiya Vs Anupriya Patel: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और राजा भैया के बीच सियासी जुबानी जंग तेज होती जा रही है. यह मिर्जापुर लोकसभा चुनाव में क्षत्रिय बनाम कुर्मी का मुकाबला हो सकता है.
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उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में अभी दो चरणों का चुनाव बाकी है. मीरजापुर में अंतिम चरण में एक जून को वोट डाले जाएंगे। इससे पहले ही जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के मीरजापुर में एंट्री होने की खबर ने सियासी गलियारे में मीरजापुर सीट को चर्चा का केंद्र बना दिया है.
मीरजापुर से एनडीए प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल प्रतापगढ़ में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जनसभा को संबोधित कर रहीं थीं। इसी दौरान उन्होंने राजा भैया का नाम लिए बिना कहा कि लोकतंत्र में कोई भी राजा रानी के पेट से पैदा नहीं होता, वह तो ईवीएम से पैदा होता है।बस इसी के बाद सियासत तेज़ हो गयी।इस पर राजा भैया ने पलटवार करते हुए कहा है कि ईवीएम से राजा नहीं बल्कि जनसेवक पैदा होता है जो जनता की सेवा करता है। दोनों पक्षों की ओर से जुबानी जंग के बाद सियासी लड़ाई अब मीरजापुर तक आ गयी है।जनसत्ता दल के नेताओ ने जिले में अनुप्रिया पटेल का विरोध करना शुरू कर दिया है
मीरजापुर में करीब एक लाख क्षत्रिय मतदाता है जो खुलकर वोट करते हैं। वर्ष 2019 के चुनाव में भी क्षत्रिय समाज ने भाजपा के पक्ष में जमकर मतदान किया था, ऐसे में एनडीए प्रत्याशी करीब साढ़े पांच लाख 91 हजार वोटों से जीती थीं।ऐसे में राजा रानी के बयान पर यूपी सरकार में मंत्री और अनुप्रिया पटेल के पति इसे चुनावो के दौरान दिए गए भाषणों से जोड़ रहे है
फिलहाल ये कहा जा रहा है कि राजा भैया 24 मई को मीरजापुर आ सकते है और सबसे पहले विंध्याचल दर्शन कर सकते है और उसके बाद बैठक कर सकते है।मिर्जापुर में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के आने की सुगबुहाट पर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।