UP Politics: दिल्ली की सत्ता पर कब्जे के लिए यूपी फतेह सबसे जरूरी है. पिछले दो लोकसभा चुनावों से बीजेपी उत्तर प्रदेश में शानदार सफलता हासिल करती आई है. 2024 में भी पार्टी यह कामयाबी फिर से दोहराना चाहती है.  यही कारण है कि भगवा पार्टी ने इस बार राज्य में बिल्कुल ही अलग रणनीति बनाई है.


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बीजेपी को सोशल मीडिया और आईटी के मामले में अपने विरोधियों से काफी आगे माना जाता है. यूपी में इस बार बीजेपी अपनी आईटी टीम को मजबूत कर रही है. एक ऐसी रणनीति जिसका जवाब देना उसके विरोधियों के आसान नहीं होगा.


यूपी में बीजेपी बना रही बड़ी आईटी टीम
प्रदेश में करीब 27 हज़ार की आईटी टीम तैयार की जा रही हैं. दरअसल बीजेपी के प्रदेश में करीब 27 हज़ार शक्ति केंद्र हैं. ये शक्ति केंद्र पार्टी के अभियानों, कार्यक्रमों को जमीनी स्तर तक ले जाने और फीडबैक लेने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं. बीजेपी अब इन्ही शक्ति केंद्रों पर आईटी टीम तैयार कर रही है.


बीजेपी को होगा ये फायदा
बीजेपी ने इन शक्ति केंद्रों को ऑनलाइन जोड़कर अपने नेटवर्क को बहुत मजबूती देना चाहती है. ऐसा करने से जमीनी स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ता पर नेतृत्व की सीधी नजर रहेगी. पार्टी के कार्यक्रमों और अभियानों से जुड़ी जानकारी कार्यकर्ताओं तक और बेहतर तरीके से पहुंच जाएगी. इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ छोटे से छोटे से स्तर पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पाएगी और जमीनी स्तर का फीडबैक सीधा हासिर कर पाएगी.


पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली शानदार सफलता
गौरतलब है कि 2019 में बीजेपी ने यूपी की 80 सीटों में से 62 पर विजय प्राप्त की थी. 10 सीटें बीएसपी और 5 सीटें सपा के खाते में गई थीं. जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी.


बीजेपी ने 2014 के लोकसभा में प्रदेश की 80 में से 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी. यूपी में पार्टी की यह कामयाबी बेहद चौंकाने वाली थी क्योंकि 2009 के लोकसभा चुनाव में उसे सिर्फ 10 सीटें मिली थीं.


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