नई दिल्ली : 64 साल की उम्र में चमेली मीणा एक बार फिर से मां बनी हैं. 2015 में अपने बेटे को खो देने के बाद मीणा और उनके पति अकेलेपन से जूझ रहे थे लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी. इस कपल ने आईवीएफ तकनीक का सहारा लिया और मीणा ने मार्च में एक बेटे को जन्म दिया. दोनों ने बच्चे का नाम अरमान रखा है. जगदीश मीणा 2012 में एक पीएसयू से रिटायर हुए थे. 65 साल के जगदीश मीणा बताते हैं  'हम हर 6 महीने में हेल्थ चेकअप करवाते हैं ताकि खुद को स्वस्थ रख सकें और अपने बच्चे को बड़ा होते देख सकें, उसकी परविश कर सकें.'


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कई उम्रदराज कपल ले रहे हैं आईवीएफ का सहारा


टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक मीणा कपल अकेला इस तरह का कपल नहीं है. चमेली का आईवीएफ ट्रीटमेंट दिल्ली आईवीएफ ऐंड फर्टिलिटी सेंटर में हुआ. सेंटर के डायरेक्ट अनूप गुप्ता ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में उन्होंने 50 साल से ऊपर की 20-25 महिलाओं का आईवीएफ ट्रीटमेंट किया है. वह बताते हैं, 'अगर मां स्वस्थ है तो आईवीएफ ट्रीटमेंट से बच्चा पैदा किया जा सकता है. हम कैसे किसी महिला को इस तकनीक का इस्तेमाल करने से रोक सकते हैं? हम इस ट्रीटमेंट के लिए हां करने से पहले कपल के आर्थिक हालात भी देखते हैं.'


ज्यादातर उम्रदराज कपल ऐसे है जिन्होंने अपने बच्चा खो दिया


जानकारों का कहना है कि कि 50 से ज्यादा की उम्र में आईवीएफ ट्रीटमेंट लेने वाले ज्यादातर कपल ऐसे होते हैं, जो किसी ऐक्सिडेंट या घटना में अपना बच्चा खो चुके होते हैं. पिछले साल पंजाब की एक 72 साल की महिला ने आईवीएफ तकनीक के जरिए बेटे को जन्म दिया था. हरियाणा फर्टिलिटी सेंटर में हुए इस जन्म ने वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया था. हालांकि इस तरह के मामलों में बच्चे का जन्म उम्रदराज कपल के लिए खुशियां लेकर आता है. लेकिन कई डॉक्टरों ने ऐसे बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल भी खड़े किए हैं और चिंता जताई है.