LC helicopter features: भारतीय वायु सेना अब और एडवांस और ताकतवर होने जा रही है. स्वदेशी रूप से विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) के पहले बैच को सोमवार को राजस्थान के जोधपुर में एक समारोह में IAF इन्वेंट्री में शामिल किया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में इन मेड-इन-इंडिया लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टरों को भारतीय वायु सेना को सौंपा जाएगा. आइये आपको बताते हैं एडवांस टेक्नलॉजी से लैस इन हेलिकॉप्टरों के बारे में.


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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि इन हेलीकॉप्टरों को शामिल करने से भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता को काफी बढ़ावा मिलेगा. IAF में शामिल होने वाला नया हेलिकॉप्टर हवाई युद्ध में सक्षम है और संघर्ष के दौरान धीमी गति से चलने वाले विमानों, ड्रोन और बख्तरबंद वाहनों से निपटने में माहिर है. राजनाथ सिंह ने सुरक्षा कैबिनेट कमेटी के साथ वायु सेना और सेना के लिए 15 एलसीएच की खरीद को मंजूरी दी थी. हेलीकाप्टरों में से 10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच सेना के लिए हैं.


अधिकारियों ने कहा कि यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई से लैंड और टेक ऑफ कर सकता है. सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लद्दाख और रेगिस्तानी क्षेत्र में हेलिकॉप्टरों को बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने की योजना है. भारतीय वायुसेना ने पिछले तीन-चार वर्षों में चिनूक, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और अब एलसीएच को शामिल करने के साथ कई हेलीकॉप्टरों को अपने बेड़े में शामिल किया है. IAF अब चिनूक हेलिकॉप्टरों में महिला पायलटों को भी तैनात कर रहा है, जो उत्तरी और पूर्वी सीमाओं पर नियमित आपूर्ति मिशन ले जा रहे हैं.


30 मार्च, 2022 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक हुई थी. जिसमें सीसीएस ने प्रोडक्शन कॉस्ट के लिए रु. 3,887 करोड़ रुपये और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 377 करोड़ रुपये के फंड की मंजूरी दी थी. लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर लिमिटेड सीरीज प्रोडक्शन (एलएसपी) एक स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित अत्याधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर है.


यह हेलीकॉप्टर स्पीड, विस्तारित रेंज, उच्च ऊंचाई प्रदर्शन, कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएआर), दुश्मन वायु रक्षा के विनाश (डीईएडी) की भूमिका निभाने के लिए हर मौसम में मुकाबला करने की क्षमता से लैस है. यह काउंटर इंसर्जेंसी (सीआई) ऑपरेशन, धीमी गति से चलने वाले विमान और रिमोटली पायलट एयरक्राफ्ट (आरपीए), उच्च ऊंचाई वाले बंकर बस्टिंग ऑपरेशन, जंगल और शहरी वातावरण में काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन और जमीनी बलों को समर्थन और परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक शक्तिशाली मंच होगा.



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(एजेंसी इनपुट के साथ)