नरसिंहपुर: नरसिंहपुर के मालहनवाड़ा गांव की घटना को लेकर पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे है. दरअसल पुलिस ने गांव में जाकर बुजुर्ग किसान एवं उसके दो साथी किसानों को हथकड़ी डाल कर कोर्ट में खड़ा कर दिया. प्रकरण 2013 का है, जिनमें किसानों की बगैर जानकारी के वसूली के साथ-साथ चोरी के प्रकरण भी बना दिए गए. यहां पुराने बिजली चोरी के प्रकरण में तीन किसानों को तीन दिन तक जेल में कैद रखा.


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बकाया बताकर रखा जेल में
करेली थाना अंतर्गत ग्राम मालहनवाड़ा के एक 74 वर्षीय किसान रामप्रसाद कौरव का 44 हजार रुपये का बिल बकाया था. जो उसने जमा कर दिया था, फिर बाद में उसपर 2000 रुपये बिजली चोरी के प्रकरण में न्यायालय द्वारा वारंट जारी किया गया. किसान का कहना है कि जब उतने पैसा दे दिये तो 2 हजार भी दे देते. पुलिस ने किसान रामप्रसाद को जेल भेज दिया और तीन दिन बाद पैसा जमा करने और विभाग की एनओसी के आधार पर रिहा किया गया.


जिसके पास कनेक्शन नहीं उसे भी जेल
वहीं दूसरे मामले में मालहनवाड़ा ग्राम के ही दो सगे भाई सुमंत कौरव ओर रमेश कौरव को भी संयुक्त विद्युत चोरी के प्रकरण में जेल भेजा गया था. जिनका 6 हजार के लगभग बिजली चोरी प्रकरण था. किसान का कहना है कि जब भाई के नाम से कोई बिल था ही नहीं तो उसी किस केस अपराध में जेल भेजा गया? मेरे नाम पर पम्प का कनेक्शन है और मेरे भाई का घर का कनेक्शन है लेकिन एक ही कनेक्शन पर दोनों भाइयों पर प्रकरण बनाकर दोनों को जेल भेज दिया गया.


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कोर्ट से वारंट आया था
इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि कोर्ट से तीनों किसानों के वारंट प्राप्त हुए थे. इनको बुलाया गया था. इनके खिलाफ 135 ,138 विद्युत अधिनियम से संबंधित 2013 के प्रकरण थे. जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया था.


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