जानिए अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने एक ही सीट से क्यों भरा नामांकन?
मरवाही सीट पर उपचुनाव के चलते 3 नवंबर को मतदान होना है. जिसके लिए अनुसूचित जाति की आरक्षित सीट पर एक ही पार्टी से दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. उपचुनाव के नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
मरवाहीः छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के निधन से खाली हुई मरवाही विधानसभा की सीट पर इस बार उपचुनाव होना है. जिसके लिए कांग्रेस से डॉ. कृष्णकांत ध्रुव और बीजेपी से डॉ. गंभीर सिंह मैदान में उतर रहे हैं. लेकिन जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पार्टी ने एक ही सीट पर परिवार के दो सदस्यों को मैदान में उतारा है. इसके पीछे अजीत जोगी और अमित जोगी के जाति प्रकरण का मामला सामने आ रहा है. अमित जोगी के साथ ही उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने भी इस सीट से उपचुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरा है.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल मरवाही विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है. जिस पर अजीत जोगी पिछले कई वर्षों से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतते आए है. लेकिन अजीत जोगी और अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र का विवाद लंबे समय से चल रहा है. राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया है. जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
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लेकिन जाति को लेकर उन्हें आशंका है कि कांग्रेस उन्हें चुनाव लड़ने से रोक सकती है. जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी ऋचा जोगी की अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र मुंगेली जिले के एक गांव का पता देकर बनवा लिया है. लेकिन 17 जुलाई को जारी हुए इस प्रमाण पत्र की शिकायत कांग्रेस ने न केवल राज्यपाल बल्कि अन्य फोरम पर भी की है. जहां से जाति प्रमाण को निरस्त किया जा सकता है.
इसी मामले में ऋचा जोगी को पेण्ड्रा तहसील जरहागांव, उपतहसील व जिला मुंगेली की तरफ से नोटिस दिया जा चुका है. बता दे कि अजीत जोगी के निधन से खाली हुई मरवाही की सीट पर 3 नवंबर को मतदान होना है, तो वहीं इस सीट पर 10 नवंबर को मतदान के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.
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