CG Election Result: खैरागढ़ में कड़े मुकाबले में यशोदा वर्मा ने जीता चुनाव
Khairagarh Vidhan Sabha Seat Chunav Result 2023: खैरागढ़ विधानसभा सीट पर यशोदा नीलांबर वर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी विक्रांत सिंह को हराकर चुनाव जीता है.
Khairagarh Vidhan Sabha Seat Election Result 2023: खैरागढ़ विधानसभा में 21वें राउंड की मतगणना समाप्त होने के बाद कांग्रेस विजयी हुई. यशोदा नीलांबर वर्मा ने ये सीट ली है. छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ विधानसभा सीट की बात करें तो इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता था और एक बार फिर पार्टी विजय हुई है. बता दें कि 2018 में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के देवव्रत सिंह ने यहां जीत की हासिल की थी. वहीं, बाद में 2022 में विधानसभा में यशोदा नीलांबर वर्मा की जीत के साथ ये सीट कांग्रेस के पास आ गई थी. इस विधानसभा सीट पर 2023 चुनाव के लिए कांग्रेस ने यशोदा वर्मा को मैदान में उतारा था, जिनकै बीजेपी के विक्रांत सिंह से मुकाबला था.
बता दें कि 2022 में देवव्रत सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में यशोदा वर्मा ने चुनाव जीता था. कांग्रेस ने खैरागढ़ पर कब्जा किया था. इस बार पार्टी ने निवर्तमान विधायक यशोदा वर्मा को फिर से मैदान में उतारा. जबकि, भाजपा ने युवा चेहरे विक्रांत सिंह को टिकट दिया था. विक्रांत सिंह राजनांदगांव जिला पंचायत के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के रिश्तेदार हैं. वहीं, जीसीसी ने खैरागढ़ पर लक्की कुंवर नेताम को अपना प्रत्याशी बनाया था. खास बात ये है कि खैरागढ़ सीट पर लंबे समय तक राज परिवार का शासन रहा, लेकिन लगभग 47 साल बाद 2007 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. 2007 के उपचुनाव में विधायक कोमल जंघेल ने बीजेपी के टिकट पर खैरागढ़ सीट से चुनाव लड़ते हुए कमल खिलाया था.
2018 चुनाव रिजल्ट
खैरागढ़ की अनारक्षित सीट से 2018 का चुनाव जोगी कांग्रेस के देवव्रत सिंह ने जीता था. चुनाव में कोमल जंघेल उनसे हार गयी थी. हालांकि, देवव्रत सिंह के दलबदल के कारण साल 2022 में एक बार फिर उपचुनाव हुए और इसमें कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने बीजेपी की कोमल जंघेल को हरा दिया.
2013 के आंकड़े
2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को निराशा का सामना करना पड़ा था. इस बार कोमल जंघेल कांग्रेस के गिरवर जंघेल से हार गईं. उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी ने 2190 वोटों से हराया था.
2008 के आंकड़े
2008 के विधानसभा चुनाव में खैरागढ़ में बीजेपी ने कोमल जंघेल को मैदान में उतारा था. उन्होंने पार्टी को निराश नहीं किया और कांग्रेस के मोतीलाल जंघेल को 19544 यानी करीब 15 फीसदी वोटों से हराया था.