दमोह: बुंदेलखंड में भाजपा के तमाम दिग्गजों की मौजूदगी के बावजूद भी सत्ताधासरी भाजपा अपनी जमीन बचाने कड़ी मशक्कत कर रही है. इस बीच पार्टी को एक-एक कर झटके लग रहे हैं. अब मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान दमोह जिले की पथरिया सीट के बटियागढ़ और हटा सीट के हटा मुख्यालय में दो चुनावी सभाओं को सम्बोधित करने आ रहे हैं लेकिन सीएम के आने के चंद घंटे पहले की इलाके के कद्दावर भाजपा नेता और कुर्मी समाज के बड़े नेता के रूप में जाने जाने वाले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है.


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बता दें कि उन्होंने सुबह-सुबह एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि भाजपा में एक परिवार की तरह वो रहे हैं. लेकिन बीते साल भर से पार्टी संगठन लगातार उपेक्षा कर रहा है और एक-एक कर इस परिवार से लोग जा रहे हैं और दुखी होकर वो भी भाजपा से विदा लें रहे हैं. हालांकि इस कद्दावर नेता ने साफ कहा है कि फिलहाल वो किसी दूसरे दल में नहीं जा रहे  बल्कि स्वतंत्र रूप से कार्य करेंगे.


क्षेत्र के बड़े नेता माने जाते हैं
आपको बता दें कि शिवचरण पटेल का लंबा राजनेतिक जीवन है. वो हटा जनपद पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं और दमोह की जिला पंचायत के पांच सालों तक अध्यक्ष भी रहे हैं. वर्तमान में उनका बेटा हत्या के मामले में जेल में बन्द है लेकिन जेल में रहते हुए उनके बेटे इंद्रपाल पटेल  ने जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की और फिर जेल में रहते हुए भी वो जनपद पंचायत का अध्यक्ष भी बना. शिवचरण कुर्मी क्षत्रिय समाज के जिलाअध्यक्ष भी रहे और बुंदेलखंड में कुर्मी जाति के बीच उनकी अच्छी पकड़ है.


इस सब के अलावा शिवचरण को दमोह सांसद और केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल का बेहद करीबी माने जाते है. साल 2014 में प्रहलाद पटेल दमोह संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने आये थे और तब से अब तक शिवचरण प्रहलाद पटेल के न सिर्फ साथ रहे बल्कि उन्हें प्रहलाद का सबसे निकटतम नेता माना जाता रहा है. 


वहीं अब जब चुनाव चल रहा है तो मुख्यमंत्री आज हटा आने वाले हैं. तब इस दिग्गज नेता का पार्टी छोड़ना कई तरह के संकेतों को दर्शा रहा है.


रिपोर्ट - महेंद्र दुबे