MP Chunav 2023: मध्य प्रदेश चुनाव (MP Chunav) में अब प्रचार के लिए 48 घंटे से भी कम का समय बचा है. पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ अपने सोशल मीडिया (Kamalnath on Social Media) अकाउंट पर पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहे हैं. भाजपा और सीएम शिवराज सिंह पर हमलावर होने के साथ-साथ वो हर वर्ग के लोगों को साधने में जुटे है. बीजेपी के बाद अतिथि शिक्षकों, विद्वानों और संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस को फोकस करने में जुटी है. कमलनाथ ने लिखा कि अतिथि शिक्षकों, अतिथि विद्वानों और संविदा कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कांग्रेस वचनबद्ध है. 


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सोशल मीडिया X पर कमलनाथ का पोस्ट
 
1. मध्यप्रदेश में स्कूलों और कॉलेजों की शिक्षा व्यवस्था को सतत् और सुचारू रखने वाले अतिथि शिक्षकों और अतिथि विद्वानों की सेवाओं का सम्मान करते हुए उनका भविष्य सुरक्षित रखने के लिए कांग्रेस वचनबद्ध है.
2. अतिथि शिक्षकों और विद्वानों के भविष्य के लिए सरल और हितकारी नीति तैयार करेंगे ताकि उन्हें नियमित सेवा में स्थान मिल सके और उनकी वर्षों की सेवाओं के साथ न्याय सुनिश्चित हो.
3. मध्यप्रदेश के समस्त संविदा कर्मचारियों के साथ पिछले 18 सालों से अन्याय हो रहा है. उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है.
4. कांग्रेस सरकार संविदा कर्मचारियों के सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य के लिए वचनबद्ध है. संविदा कर्मचारियों की सेवा संबंधी सभी मांगों के लिए कांग्रेस सरकार पहली कैबिनेट में प्रस्ताव लाएगी. 
कांग्रेस आएगी, खुशहाली लाएगी.


कमलनाथ का  दूसरा पोस्ट 


कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट को लेकर युवाओं को भी साधने का प्रयास किया है. उन्होंने युवाओं को प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में घोटाले को लेकर निष्पक्ष जांच कराने के लिए 'भर्ती जांच आयोग' बनाने का वचन दिया है. कमलनाथ ने सरकारी भर्ती का कानून बनाने के साथ-साथ घोटालों की निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच कराने के लिए भी युवाओं को भरोसा दिलाया है. प्रदेश में 1000 करोड़ रूपए का स्टार्ट अप के लिए कॉर्पस फंड बनाने का भी वादा किया है जिसमें स्मार्ट युवा मार्ट, ग्रामीण औद्योगिक पार्क, किसान सुपर मार्केट योजनाओं के साथ युवाओं को रोजगार देने की बात कही है.  


कर्मचारियों का बड़ा वोट बैंक 


दरअसल, मध्य प्रदेश में कर्मचारियों का एक बड़ा वोटबैंक हैं, ऐसे में कांग्रेस की नजर इस बार हर वर्ग के वोटर्स पर हैं, जिसमें कर्मचारियों की भूमिका भी अहम मानी जा रही है. ऐसे में कांग्रेस एक तरफ आखिरी वक्त में युवाओं को साध रही है तो दूसरी तरफ कर्मचारी वर्ग पर भी कांग्रेस नजर बनाए हुए हैं.