MP Chunav 2023: मतदाताओं से CEO अनुपम राजन की अपील, बताई हर वोटर के लिए सबसे जरूरी बात
MP Chunav 2023: मध्य प्रदेश में अब कुछ घंटे बाद विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. इससे पहले CEO अनुपम राजन ने हर वोटर के काम की बात बताई है. इससे साथ ही उन्होंने कुछ आंकड़े देते हुए मतदाताओं से वोट की अपील की है.
MP Chunav 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग कुछ घंटे बाद होनी है. इससे पहले चुनाव आयोग के साथ ही आम जनता भी इसके लिए पूरी तरह से तैयार हो गई है. इस बीच CEO अनुपम राजन जनता से वोटिंग की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने चुनाव से जुड़े कुछ आंकड़े जारी किए हैं. अनुपम राजन ने मीडिया से बात करते हुए हर वोटर के काम की बात बताई है.
बना वोटर आइडी कर सकेंगे वोट
CEO अनुपम राजन ने मतदाता के काम की खबर बताते हुए बताया की बिना वोटर पर्ची और बिना वोटर आईकार्ड के भी वोट डाला जा सकता है. पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस की पासबुक के जरिए भी वोटिंग किया जा सकता है. इसके साथ ही केंद्र या राज्य सरकार की नौकरी का सर्विस आइडेंटिटी कार्ड, मनरेगा का कार्ड, पेंशन डॉक्यूमेंट, श्रम मंत्रालय हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड, चुनाव आयोग की फोटो स्लिप भी वोटिंग के लिए मान्य होगी.
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नक्सल प्रभावित इलाकों में वोटिंग गणित
नक्सल प्रभावित बालाघाट, डिंडोरी, मंडला जिलो में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गयी है. इन जिलों में सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा. हेलीकॉप्टर और एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गयी है. बालाघाट की बैहर, लाजी, पासवाड़ा विधानसभा की सभी पोलिंग बूथ, मंडला के 47 और डिंडौरी के 40 मतदान केंद्र में 3 बजे तक मतदान होगा.
मतदान केंद्र की वेबकास्टिंग
60 फीसदी से ज्यादा मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग होगा. यहां की मॉनीटरिंग सीधे कंट्रोल रूम से की जाएगा. 2018 इलेक्शन में महज 10 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की गयी थी. लेकिन इस बार 60 फीसदी से ज्यादा मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग कराई जा रही है.
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इन इलाकों में एहतियात
पिछले चुनाव में जंहा बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं आई वंहा ज्यादा एहतियात बरता जा रहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि 2018 में जंहा 75 करोड़ का कैश, शराब और अन्य चुनाव को प्रभावित करने वाला समान पकड़ाया था. इस बार 251 करोड़ का कैश, शराब, गिफ्ट, सोना, चांदी जैसे समान पकड़े हैं. वोटिंग प्रतिशत जो 2018 इलेक्शन 75% था उसको बढ़ाने की कोशिश है.