Madhya Pradesh Chunav 2023: विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 6 दिन बाद भी  भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री नहीं चुन पाई है. मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा इसे लेकर पिछले 6 दिनों से असमंजस बना हुआ है. पार्टी ने मुख्यमंत्री के चयन के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. इनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा शामिल हैं. तीनों पर्यवेक्षक सोमवार को विधायकों की बैठक और वन टू वन चर्चा कर सकते हैं.


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11 दिसंबर को होगी विधायक दल की बैठक
बता दें कि मध्यप्रदेश में ये पहला मौका है जब भाजपा चुनावी नीतेजे 3 दिसंबर आने के बाद भी मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं कर पाई है. अब 8 दिन बाद यानी 11 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद ही इस पर फैसला हो सकेगा. इससे पहले के चुनाव में भाजपा ने रिजल्ट आने के 2 से 5 दिन बाद ही मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया था. क्योंकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर ही चुनाव लड़ा था.


2008 से लेकर 2018 तक शिवराज के चेहरे पर लड़ा चुनाव
गौरतलब है कि भाजपा ने 2003 में उमा भारती के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया था. इसके बाद 2008 से लेकर 2018 तक शिवराज ही चेहरा रहे हैं. इस बार चुनाव में भाजपा ने किसी भी चेहरे को प्रोजेक्ट नहीं किया. दो केंद्रीय मंत्री और तीन सांसदों के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री के चयन में कोई जल्दबाजी भी नहीं करना चाहता, क्योंकि इस फैसले का असर लोकसभा चुनाव में होगा.


अब तक सीएम चुनने में लगा इतना वक्त 
2003 में 4 दिसंबर को नतीजे आए. विधायक दल की बैठक 7 दिसंबर को हुई. बैठक के तीन दिन बाद शपथ ग्रहण 8 दिसंबर को हुआ. 2008 में 8 दिसंबर को नतीजे आए. विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को हुई. बैठक के 2 दिन बाद शपथ ग्रहण 12 दिसंबर को हुआ. 2013 में 8 दिसंबर को नतीजे आए. विधायक दल की बैठक 13 दिसंबर को हुई. बैठक के 5 दिन बाद शपथ ग्रहण 14 दिसंबर को हुआ. 2020 में कमलनाथ सरकार गिरी 20 मार्च, 23 विधायक दल की बैठक हुई. तीन दिन बाद 23 मार्च रात 9.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह हुआ.


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2023 में 3 दिसंबर को चुनावी नतीजे आए और विधायक दल की बैठक आगामी 11 दिसंबर को होगी. बैठक के बाद ही मध्यप्रदेश के नए सीएम की घोषणा की जाएगी.बता दें कि जब भी बीजेपी को 5 दिन का वक्त लगा उस साल मुख्यमंत्री का चेहरा रिपीट हुआ. लेकिन इस बार पार्टी को पांच से ज्यादा दिन का वक्त लग रहा है, तो अब देखना ये होगा कि मध्यप्रदेश को नया सीएम फेस मिलता है या फिर चेहरा रिपीट होगा.