MP Chunav 2023: मध्य प्रदेश में चुनावी हलचल तेज हो गई है. राजनीति के कई रंग देखने को मिल रहे हैं. बीजेपी की नीतियों और नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए जून 2023 में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नेताजी ने फिर से पलटी मारी है  और अब उन्हें समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार घोषित किया गया है. कुछ ही महीनों में दो पार्टियों से मोहभंग हो जाना अपने आप में दिलचस्प है...


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शंकर महतो ने मारी पलटी
आपको बता दें कि मामला कटनी जिले का है. जहां बहोरीबंद विधानसभा में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार शंकर महतो ने जून महीने में भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी. कांग्रेस में टिकिट न मिलने से नाराज शंकर महतो लोधी ने फिर एक बार पलटी मारते हुए समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. चार माह पूर्व शंकर महतो ने भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और प्रदेश नेतत्व पर सवाल उठाते हुए भाजपा को बाय-बाय कर दिया था. इसके बाद भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में शंकर महतो ने दिग्विजय सिंह के हाथों कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी. कांग्रेस ने बहोरीबंद विधानसभा से पूर्व विधायक सौरभ सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. सौरभ सिंह को उम्मीदवार घोषित किए जाने से नाराज शंकर महतो ने एक बार फिर पाला बदल लिया है.


भाजपा को झटका देने के बाद उन्होंने कांग्रेस का हाथ भी झटका दिया है. शंकर महतो ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है और अब बहोरीबंद विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी घोषित किए गए हैं. शंकर महतो क्षेत्र में एक ताकतवर नेता के रूप में जाने जाते हैं और लोधी कुर्मी समाज में उनका अच्छा खासा प्रभाव है और ये प्रभाव दोनों कांग्रेस और बीजेपी के लिए आफत में डाल सकता है.


शंकर महतो का रिकॉर्ड
शंकर महतो की बात करें तो 2013 और 2008 के चुनाव में शंकर महतो ने कांग्रेस-बीजेपी जैसी बड़ी पार्टियों के बिना चुनाव लड़ते हुए करीब 25-25 हजार वोट हासिल किए थे.साथ ही 2003 के चुनाव में उन्हें 20 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. वह लोधी समुदाय से आते हैं जिसका इस सीट पर अच्छा प्रभाव है.


रिपोर्ट: नितिन चावरे(कटनी)