ओरछा में नई परंपरा शुरू, 5 गार्ड 4 टाइम देंगे सलामी, राजा के रूप में पूजे जाते हैं भगवान राम
Orcha Ram Mandir: निवाड़ी जिले की धार्मिक और पर्यटन नगरी ओरछा में रामराजा सरकार मंदिर में नई परंपरा की शुरुआत हुई है. मंदिर खुलने के समय और शाम को मुख्य आरती के दौरान एक के बजाय पांच गणवेशधारी गार्ड रामराजा सरकार को सलामी देंगे. ओरछा में भगवान राम को राजा के तौर पर पूजा जाता है.
Madhya Pradesh News: निवाड़ी जिले की धार्मिक और पर्यटन नगरी ओरछा में रामराजा सरकार मंदिर में नई परंपरा की शुरुआत हुई है. मंदिर खुलने के समय और शाम को मुख्य आरती के दौरान एक के बजाय पांच गणवेशधारी गार्ड रामराजा सरकार को सलामी देंगे. ओरछा में भगवान राम को राजा के तौर पर पूजा जाता है. ऐसे में उनको रोजाना सरकारी पुलिस जवानों द्वारा सशस्त्र सलामी चारों पहर दी जाती हैं. अभी तक एक गार्ड सलामी की रस्म को पूरा करता था, लेकिन अब से इस सलामी को 5 गार्ड पूरा करेंगे.
दरअसल अभी तक सुबह दोपहर शाम और रात को केवल एक गणवेशधारी गार्ड ही रामराजा सरकार को सलामी देते आए हैं, लेकिन सोमवार से मंदिर प्रबंधन ने सलामी के स्वरूप को विशेष अवसरों की तरह वृहद किया है. तहसीलदार ओरछा सुमित गुर्जर ने बताया कि रामराजा सरकार मंदिर में पांच गणवेशधारी गार्ड रामराजा सरकार को चारों वक्त सलामी देंगे. मंदिर समिति और जन सदस्यों की सर्वसम्मति से ही इस नई परंपरा की शुरुआत की गई है.
राजा के रूप में होती है पूजा
रामराजा सरकार को प्रतिदिन सुबह खुलने के समय और शाम को मंदिर खुलने के समय की मुख्य आरती के दौरान 1-4 की अनुष्ठान गणवेश धारण गार्ड की सलामी देने का निर्णय लिया गया है. विश्व का एक मात्र ऐसा मंदिर जहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम की पूजा भगवान के रूप में नहीं बल्कि राजा के रूप में की जाती है. यहां भगवान राम मंदिर में नहीं बल्कि रानी महल में विराजमान हैं.
किसी और को नहीं दी जाती सलामी
ओरछा के राजाराम मंदिर के एक खास बात यह भी है कि यहां राजाराम के अलाा किसी भी VIP को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता. फिर चाहे वह नेता हो या अफसर. चाहे वह राष्ट्रपति हो या प्रधानमंत्री क्यों न हो. यह परंपरा आज की नहीं बल्कि करीब साढ़े चार सौ वर्षों से चली आ रही है. प्रतिदिन पुलिस के जवान बाकायदा आज भी चारों पहर गार्ड ऑफ ऑनर पेश करते हैं, जबकि सूर्यास्त के बाद किसी भी VIP को गार्ड ऑफ ऑनर पेश नहीं करने की स्थापित रीति के बावजूद भगवान श्रीराम को सूर्यास्त के बाद भी ओरछा में गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया जाता है.