Surkhi Election Result: सुरखी में गोविंद सिंह राजपूत vs नीरज शर्मा के बीच मुकाबला में कौन जीता, देखें नतीजे
Surkhi Election Result 2023: सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट पर BJP प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत और कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा के बीच मुकाबले में BJP ने जीत दर्ज की है. देखिए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे-
Surkhi Assembly Election Result 2023: सुरखी विधानसभा सीट सागर जिले में आती है और प्रदेश की अहम सीटों में से एक है. यहां शिवराज सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और BJP से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए नीरज शर्मा के बीच मुकाबला रहा.सुरखी विधानसभा सीट पर BJP प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है.
सुरखी विधानसभा चुनाव 2023
सुरखी विधानसभा सीट पर चुनाव 2023 में BJP सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और कांग्रेस के नीरज शर्मा के बीच मुकाबला रहा. गोविंद सिंह राजपूत, जहां सिंधिया के साथ BJP में शामिल हुए थे, वहीं नीरज शर्मा बीजेपी से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए थे. इस विधानसभा चुनाव में BJP प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत ने 2178 वोट से जीत हासिल की. गोविंद सिंह राजपूत को कुल 83551 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा को 81373 वोट मिले हैं.
सुरखी विधानसभा सीट
सुरखी विधानसभा सीट पर एससी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है.साथ ही यहां पटेल, राजपूत, दांगी, यादव, लोधी, ब्राह्मण मतदाता भी अच्छी संख्या में हैं. इस सीट पर 1951 से लेकर हुए 16 बार चुनाव और उपचुनाव हुए हैं, जिनमें 9 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की. वहीं, 4 बार BJP, 1 बार भारतीय जनसंघ, 1 बार जनता पार्ट और 1 बार जनतादल के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है.
सुरखी विधानसभा चुनाव 2018
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में सुरखी विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत और BJP के सुधीर यादव के बीच मुकाबला था. कांग्रेस ने गोविंद सिंह को 80806 वोट मिले थे, जबकि BJP के सुधीर यादव को 59388 वोट मिले थे. कांग्रेस के गोविंद सिंह ने 21418 वोट से जीत हासिल की थी.
सुरखी विधानसभा उपचुनाव 2020
ज्योतिरादित्य सिंधिया के BJP में शामिल होते ही सिंधिया समर्थक गोविंद सिंह राजपूत भी BJP में शामिल हो गए थे, जिस कारण इस विधानसभा सीट पर साल 2020 में उपचुनाव कराए गए. उपचुनाव में गोविंद सिंह राजपूत ने BJP के टिकट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की है. ऐसे में ये सीट BJP के कब्जे में आ गई.