बिलासपुर: कोरोना की वजह से ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन पैंट्रीकार बंद हैं. पैंट्रीकार संचालकों को केवल पैकेट वाला खाना ही देने आदेश है. बावजूद कुछ ठेकेदार लोगों की जान से खिलवाड़ करते पाए गए. ये लोग पैंट्रीकार में ही खाना बनाकर पैसेंजर्स को देते थे. रेलवे अधिकारियों को इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद बिलासपुर रेलवे स्टेशन में कुछ ट्रेनों को चेक किया गया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. 


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इस तरह की लापरवाही बरतने वाले पैंट्रीकार संचालकों (लाइसेंसी) के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. इसकी जांच करने के लिए रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे को 10 दिन का विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है. इसी के परिपालन में बिलासपुर रेल मंडल ने अभियान की शुरुआत की थी. पहले दिन चार ट्रेनों के पैंट्रीकार की जांच की गई. इसके साथ ही केवल पैकेट बंद सामान ही बेचने की समझाइश दी गई.


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यह अभियान चलाने का निर्देश रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे को दिए हैं. दरअसल, बोर्ड को पेंट्रीकार में खाना पकाए जाने की शिकायत मिली थी. कोरोना संक्रमण के कारण इस पर प्रतिबंध लगा हुआ है. बिलासपुर रेलवे जोन सीपीआरओ साकेत रंजन जैन ने बताया कि निर्देश हैं कि पैंट्रीकार से कर्मचारी केवल पैकेट बंद सामान ही बेचेंगे. बिलासपुर स्टेशन से गुजरने वाली चार ट्रेन 02280 हावड़ा-पुणे, 02834 हावड़ा-अहमदाबाद, 02279 पुणे-हावड़ा व 02809 सीएसएमटी-हावड़ा स्पेशल के पैंट्रीकार की औचक जांच की गई. सुबह हावड़ा-पुणे स्पेशल ट्रेन में वाणिज्य प्रबंधक किशोर निखारे ने दबिश दी. अचानक अधिकारी की इस जांच पेंट्रीकार मैनेजर व कर्मचारी सकते में आ गए. वहां पर खाना पकाया जा रहा था. जिस पर अधिकारी ने ऐसा दोबारा न करने की समझाइश दी.


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