इंदौर: इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान अन्य अधिकारियों के सामने ही सीएमएचओ (Chief Health and Medical Officer) डॉ. प्रवीण जड़िया को डांट लगाने का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. मध्य प्रदेश भाजपा के नेता डॉ. हितेश वाजपेयी ने इंदौर कलेक्टर के व्यवहार की आलोचना करते हुए डॉ. जड़िया के समर्थन में ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कलेक्टर मनीष सिंह पर अपनी व्यक्तिगत कुंठा एक सीनियर डॉक्टर पर निकालने का आरोप लगाया है.


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VIDEO: कलेक्टर की फटकार के बाद रोने लगे CMHO, तबीयत भी बिगड़ी


हितेश वाजपेयी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ''आज जो कदाचरण इन्दौर CMHO के साथ कलेक्टर ने किया, यही कारण है कि डॉक्टर सरकारी नौकरी नहीं करना चाहते हैं (मैने भी छोड़ी थी), बाकी देश छोड़ देते हैं. सॉरी डॉक्टर जड़िया सर! ऐसे अधिकारी जो अपनी 'कुंठा' आम लोगों पर निकालते हैं वे अन्त में भाजपा के लिए 'चुनावी नुकसान' का कारण बनते हैं. '' हितेश वाजपेयी ने डॉक्टरों को धरती का भगवान बताया.



आपको बता दें कि बीते मंगलवाल को रिव्यू मीटिंग के दौरान इंदौर में कोरोना के बढ़ते मामलों, प्रसूति सहायता सहित अन्य कार्यों में पेंडेंसी को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया को फटकार लगा दी. इसके बाद मीटिंग से बाहर निकले डॉ. जड़िया को सीने में दर्द हुआ और वह चेयर पर बैठ गए. इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी छलक आए.  वह फिलहाल 5 दिन के अवकाश पर चले गए हैं.


कलेक्टर की डांट से निकले CHMO के आंसू, सीने में उठा दर्द तो पहुंचे अस्पताल


कलेक्टर मनीष सिंह ने मीटिंग के बाद कहा कि जिला स्वास्थ्य अधिकारियों का एक्टिव रहना जरूरी है. सीएमएचओ के अंडर में प्रसूति सहायता के कई प्रकरण हैं. कोविड मैनेजमेंट की बहुत सी चीजें हैं. इसके अलावा भी अन्य कई जिम्मेदारियां हैं. ऐसे में अगर इतने बड़े अधिकारी से गलती होगी, तो डांट भी खानी पड़ेगी. तभी जनता के कार्य तत्परता से होंगे और उन्हें रिलीफ मिलेगा. आम जनता के प्रति अधिकारियों को अपना दायित्व समझना होगा.


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