रतलाम: मध्यप्रदेश के रतलाम में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक के निलंबन मामले में नया मोड़ आ गया है. निलंबित शिक्षक आरएन केरावत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेताओं के शामिल होने के बाद सियासत गरमा गई है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में निलंबित शिक्षक के कॉपियों के केवर पेज फाड़े जाने वाले बयान को लेकर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. साथ ही कांग्रेस सरकार पर दबाव में प्रेस कॉन्फ्रेंस करवाने का आरोप लगाया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीजेपी जिला महा मंत्री प्रदीप उपाध्याय ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि खुद कांग्रेसी कार्यकर्ता द्वारा स्कूल में सावरकर की फोटो छपी कॉपियां वितरित करने की शिकायत की गई थी. जिसके बाद कांग्रेस की शिकायत पर ही राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक आरएन केरावत का निलंबन हुआ था. बीजेपी जिला महा मंत्री प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि इस कार्रवाई के बाद खुद कांग्रेस घिर गई. इसीलिए अब शिक्षक पर दबाव डालकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करवाई जा रही है.


बीजेपी जिला महा मंत्री प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि शिक्षक ने पहले कभी नहीं कहा कि सावरकर की फोटो छापे पृष्ठ को फाड़ा गया था. लेकिन अब वे कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में दबाव में इस तरह के बयान दे रहे हैं.


आपको बता दें कि, मंगलवार रात जिला पंचायत के कक्ष में कांग्रेस नेता डीपी धाकड़,  जिला अध्यक्ष राजेश भरावा की मौजूदगी में निलंबित शिक्षक आरएन केरावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैंने कॉपियों के कवर पेज निकाल दिए थे.