Madhubani News: ग्रामीणों का कहना है कि एनएच पर तेज रफ्तार गाड़ियों की वजह से अक्सर हादसे होते हैं. इसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. लोग चाहते हैं कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और लापरवाह ड्राइवरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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मधुबनी: मधुबनी जिले के कलुआही थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में गांव के मंदिर के पुजारी की मौत हो गई. यह घटना बक्शी टोला के पास एनएच पर सुबह के समय हुई, जब अज्ञात वाहन ने पुजारी गोपाल झा को कुचल दिया. हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया.
सुबह की सैर बनी आखिरी यात्रा
जानकारी के अनुसार 50 वर्षीय गोपाल झा हर दिन की तरह सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. वे सड़क किनारे चल रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने उन्हें टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भीषण थी कि गोपाल झा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
गोपाल झा के निधन से उनके परिवार पर गहरा संकट आ गया है. उनके तीन छोटे बच्चे हैं और वे गांव के मंदिर में पुजारी का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. उनकी मृत्यु के बाद पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में भी इस घटना से मातम का माहौल है.
पुलिस जांच में जुटी
घटना की जानकारी मिलते ही कलुआही थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. शव को पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी के सदर अस्पताल भेज दिया गया. पुलिस ने अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है और घटना की छानबीन में जुट गई है.
गांव में शोक और आक्रोश
गोपाल झा का जाना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए बड़ा आघात है. मंदिर के पुजारी के रूप में वे गांव के लोगों के बीच श्रद्धा और आदर का पात्र थे. इस घटना ने ग्रामीणों को स्तब्ध कर दिया है. वहीं, स्थानीय लोग इस हादसे के लिए तेज रफ्तार और लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन पर उठे सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि एनएच पर तेज रफ्तार वाहनों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. लोग मांग कर रहे हैं कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
न्याय की आस में परिजन
गोपाल झा के परिजन और ग्रामीण अब न्याय की उम्मीद कर रहे हैं. पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं. यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहन चालकों की समस्या को उजागर करती है, जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
इनपुट- बिंदू भूषण
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