नई दिल्लीः अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए सरकार ने बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर खास ध्यान दिया है. इसके तहत सरकार ने इस साल देशभर में करीब 11 हजार किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का लक्ष्य रखा है. साथ ही रेलवे ने नेशनल रेल प्लान भी तैयार किया है. जिसमें कई फ्रेट कोरिडोर बनाए जाएंगे. 


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भारतमाला प्रोजेक्ट पर सरकार का ध्यान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत देश में 13 हजार किलोमीटर लंबाई के राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जा रहे हैं. इस प्रोजेक्ट पर सरकार 5.35 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है. जिनमें से 3.3 लाख करोड़ दिए जा चुके हैं. जिनसे अभी 3800 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का काम चल रहा है. मार्च 2022 तक सरकार ने देशभर में 11 हजार किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का लक्ष्य रखा है. इसके तहत तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम में बड़े राजमार्ग प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया जाएगा. 


65 हजार करोड़ से एक हजार किलोमीटर का मुंबई कन्याकुमारी हाइवे का निर्माण किया जाएगा. 25 हजार करोड़ से कोलकाता से सिलीगुड़ी रोड की मरम्मत की जाएगी.  


रेलवे में कैपिटल एक्सपेंडिचर पर फोकस
रेलवे के लिए सरकार ने बजट में 1.10 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया है. इनमें से 1.7 लाख करोड़ रुपए कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए होंगे. रेलवे ने नेशनल रेल प्लान तैयार किया है. जिसके तहत 2030 तक भविष्य की जरूरत को देखते हुए फ्रेट कोरिडोर आदि प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाएगा. इससे लॉजिस्टिक लागत को कम करने में मदद मिलेगी, जिससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा.


पब्लिक बसों के लिए सरकार ने बजट में 18 हजार करोड़ रुपए का ऐलान किया है. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर बजट में बंदरगाहों के सुधार के लिए 2000 करोड़ रुपए का ऐलान किया गया है. 


इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने से सबसे बड़ा फायदा मेक इन इंडिया के रूप में मिलेगा. दरअसल अभी देश में मैन्यूफैक्चर प्रोडक्ट को बंदरगाह तक पहुंचाने में काफी समय लगता है. ऐसे में देश में सड़कों और रेल लाईनों का जाल बिछ जाने के बाद इसमें कमी आएगी और हम कम समय में अपने प्रोडक्ट्स को दुनिया के अन्य देशों में भेज सकेंगे. 


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