उज्जैन: कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना देने वाले कांग्रेस विधायक महेश परमार और उनके 5 साथियों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है. तराना विधायक महेश परमार ने शिवराज सरकार और स्थानीय प्रशासन को उज्जैन में कोरोना संक्रमण रोकने में पूरी तरह फेल बताया था. 


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इसी को लेकर विधायक किसानों की समस्याओं को लेकर उज्जैन कलेक्टर कार्यालय के सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे. धरने में विधायक परमार के अलावा पूर्व विधायक वटूकशंकर जोशी, उज्जैन जिला कांग्रेस अध्यक्ष कमल पटेल, पार्षद बीनू कुशवाहा, कांग्रेस नेता सोनू शर्मा और सुरेंद्र मरमट भी शामिल थे. इनके खिलाफ उज्जैन पुलिस ने थाना माधव नगर में एफआईआर दर्ज की है. 


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धरने के वक्त विधायक ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए थे कि उज्जैन में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. स्थानीय प्रशासन और शिवराज सरकार कोरोना महामारी को हैंडल करने में पूरी तरह असफल साबित हुए हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन के चलते कई किसान अपनी फसल नहीं बेच पा रहे हैं. वे शहर की मंडियों तक नहीं आ पा रहे हैं. 


विधायक महेश परमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि जब तक शासन और प्रशासन का कोई नुमाइंदा उनकी मांगों को लेकर उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं देता, तब तक वह धरना जारी रखेंगे.