Chhattisgarh कांग्रेस प्रवक्ता समेत तीन नेता गिरफ्तार, निजी स्कूल में ये हरकतें करने पर दर्ज हुई थी FIR
Raipur News: छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी, एनएसयूआई प्रभारी महासचिव हेमंत पाल और प्रदेश सचिव कुणाल दुबे को एक दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. बता दें कि निजी स्कूल में घुसकर गाली-गलौज करने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी को एक निजी स्कूल में गाली-गलौज करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उनके साथ एनएसयूआई के प्रभारी महासचिव हेमंत पाल और प्रदेश सचिव कुणाल दुबे को भी गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस प्रवक्ता समेत एनएसयूआई नेताओं को कोर्ट में पेश किया गया था. जिसके बाद कोर्ट ने तीनों को एक दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. दरअसल, स्कूल प्रबंधन ने न्यू राजेंद्र नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने इन नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम भेजी थी.
जानें पूरा मामला
ये पूरा मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है, जहां 6 जून को एक निजी स्कूल की शिकायत पर कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. स्कूल प्रबंधन का आरोप है कि विकास तिवारी, हेमंत पाल और कुणाल दुबे कुछ दिन पहले स्कूल आए थे और उनके साथ गाली-गलौज की थी. राजेंद्र नगर पुलिस ने इस मामले में धारा 452, 294, 34 के तहत मामला दर्ज किया था. राजेंद्र नगर स्थित कृष्णा किड्स एकेडमी के एडमिनिस्ट्रेटर के अनुसार 6 जून की दोपहर कांग्रेस नेता विकास तिवारी, एनएसयूआई नेता कुणाल दुबे और हेमंत पाल जबरन स्कूल परिसर में घुस आए और संस्थान के नाम पर नारेबाजी करने लगे. इसके बाद उन्होंने स्टाफ के साथ गाली-गलौज की थी.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Vyapam Calendar: छत्तीसगढ़ व्यापम ने जारी किया भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर, देखें डेट शीट
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
बता दें कि कांग्रेस नेताओं की दबंगई का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. फिलहाल पुलिस ने तीनों नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है. इस मामले में बुधवार को अगली सुनवाई होगी. वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने आरोप लगाया है कि सुंदर नगर, राजेंद्र नगर और शैलेंद्र नगर में कृष्णा किड्स एकेडमी द्वारा संचालित किए जा रहे स्कूल मान्यता प्राप्त नहीं हैं.