पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में अरविंद केजरीवाल ने संभाली चुनावी कमान! बढ़ेगी कांग्रेस की मुश्किलें
छत्तीसगढ़ में इस के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसे देखते हुए कांग्रेस औऱ बीजेपी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन अब तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी अपनी कुर्सी की पेटी बांध ली है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसे देखते हुए कांग्रेस औऱ बीजेपी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन अब तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी अपनी कुर्सी की पेटी बांध ली है. दरअसल देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख लीडर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की निगाहें अब मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों (Chhattisgarh assembly election 2023) पर हैं.
हाल ही में आम आदमी पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई को भंग किया गया था तो वहीं अब छत्तीसगढ़ के रायपुर में 5 मार्च को आप पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान पहुंचने वाले हैं.
बता दें कि पहले 19 मार्च को कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होना था लेकिन अब 5 मार्च की तारीख तय की गई है. इसी के साथ आप की छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में एंट्री हो जाएगी. खास बात ये कि हाल ही में हुए गुजरात चुनाव की तरह छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को पीछे छोड़ने के मकसद से आम आदमी पार्टी के नेता अब एक्शन में दिखाई देने लगे हैं.
छत्तीसगढ़ में तेजी से विस्तार पर नजर
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा बहुत ही कम समय में मिल गया है. अब वो बड़े स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी वो अब संगठन का तेजी से विस्तार कर रही है. इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने राज्य में 455 ब्लॉक अध्यक्ष भी बनाएं है. वहीं पार्टी ने लोकसभा प्रभारी और लोकसभा सचिवों का भी ऐलान किया है.
5 मार्च को बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन
अब संगठन विस्तार के साथ ही आम आदमी पार्टी 5 मार्च को कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही है. इसे लेकर पार्टी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी प्रदेश प्रभारी तो पहले ही सरगुजा और बिलासपुर संभाग का दौरा कर चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट की माने को इस सम्मेलन ने प्रदेश की 90 सीटों में कितनी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी और कौन प्रत्याशी होगा. इसे लेकर भी अहम चर्चा होगी.