शैलेंद्र सिंह/बलरामपुर: देश में आज आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान देश भर से कई खबरें आ रही है, जो भावुक कर रही है. ऐसे में ही एक खबर आई है छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से, जहां एक शिक्षक ने बारिश के दौर में भी पहुंच विहीन स्कूल में जाकर झंड़ा फहराया. इसके लिए उन्होंने कठिन और दुर्गम पहाड़ी रास्ते तय किए.


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जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर है स्कूल
जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर बुद्धुडीह गांव का आश्रित ग्राम बचवार पारा जो कि पहाड़ो पर बसा हुआ गांव है. यहां पर करीब 35 घरों की आबादी निवास करती है और यहां पर शिक्षा का अलख जगाने के लिए शाशन द्वारा प्राथमिक स्कूल संचालित किया जा रहा है. जहां पर पहुंचने के लिए 10 किलोमीटर की कठिन और दुर्गम पहाड़ी रास्ते के साथ साथ नदी नालों को भी पार करना पड़ता है.



हाथ में मिठाई का झोला लेकर पहुंचे मास्टरसाहेब
ग्राम बचवार पारा में आज शिक्षा विभाग में पदस्थ सहायक शिक्षक सुशील यादव एक हाथ मे मिठाई का झोला और एक हाथ मे छाता लेकर कठिन और दुर्गम भरे रास्ते को तय करके स्कूल पहुंचे, जहां पर उन्होंने प्राथमिक स्कूल के वनवासी बच्चों के साथ आजादी का अमृत महोत्सव को मनाया और पहाड़ो के ऊपर बसे स्कूल में तिरंगा झंडा फहराया है. शिक्षक के इस कार्य की सराहना जिला शिक्षा अधिकारी ने भी की है.



जिला शिक्षा अधिकारी ने की तारीफ
बलरामपुर जिले के शिक्षक की 10 किलोमीटर की दुर्गम और कठिन पहाड़ी रास्ते तय करने की खबर जब जिला शिक्षा अधिकारी केएल महिलांगे के पास पहुंची तो उन्होंने शिक्षक की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि बारिश के इस दौर में कठिन रास्तों को तय कर शिक्षक का इस दुर्गम इलाके में पहुंचकर ध्वजा रोहण करना और ग्रामीणों को मिठाई बांटना सराहनीय है.