Bhanupratappur By Election: रायपुर। शनिवार को छत्तीसगढ़ में एक बार फिर विधानसभा उपचुनाव का बिगुल बज गया है. निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में एक संसदीय सीट और पांच विधानसभा सीटों के साथ ही कांकेर की भानुप्रतापपुर सीट के लिए उपचुनाव की तारिखों का ऐलान कर दिया है. यहां गुजरात चुनाव के साथ ही वोटिंग होगी और परिणाम भी गुजरात-हिमाचल के साथ आएंगे.


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ये है चुनाव का पूरा शेड्यूल
- 10 से 17 नवंबर तक होगा नामांकन
- 18 नवंबर नामांकन की जांच
- 21 नवंबर तक नाम वापसी की आखिरी डेट
- 5 दिसंबर को मतदान
- 8 दिसंबर को आएंगे नतीजे


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मनोज सिंह मंडावी के निधन से खाली हुई थी सीट
बता दें 16 अक्टूबर को भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक और आदिवासी समाज के नेताओं में शामिल मनोज सिंह मंडावी का निधन हो गया था. वे धमतरी के सर्किट हाउस में रुके हुए थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था. इसके बाद उन्होंने धमतरी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दं तोड़ दिया था. छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे मनोज सिंह मंडावी का अंतिम संस्कार चारामा के पास उनके पैतृक नाथियानवा में अंतिम संस्कार किया गया था.


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क्या है भानुप्रतापपुर का चुनावी इतिहास
- 1962 में पहली बार भानुप्रतापपुर को विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया था. तब यहां निर्दलीय रामप्रसाद पोटाई ने कांग्रेस के पाटला ठाकुर को हराया.
- 1967 के दूसरे चुनाव में प्रजा सोसलिस्ट पार्टी के जे हथोई ने यहां से रामप्रसाद पोटाई को हराकर जीत हासिल की थी
- 1972 में कांग्रेस के सत्यनारायण सिंह ने प्रजा सोसलिस्ट पार्टी के जे हथोई को मात देकर जीत हासिल की
- 1979 में सत्यनारायण सिंह को पछाड़कर जनता पार्टी के प्यारेलाल सुखलाल सिंह ने यहां अपना डंका बजाया
- 1980 और 1985 के चुनाव में वापस से कांग्रेस के गंगा पोटाई की जीत बासिल की और प्यारेलाल सुखलाल सिंह को हरा दिया
- 1990 के चुनाव में लगातार कांग्रेस से दो बार के विधायक गंगा पोटाई को निर्दलीय झाड़ूराम हरा कर भानुप्रतापपुर में कब्जा किया
- 1993 में भाजपा के देवलाल दुग्गा यहां पर झाड़ूराम को हराकर विधायक बने
- 1998 में कांग्रेस के मनोज मंडावी जीते और अजीत जोगी सरकार में मंत्री रहे
- 2003 में कांग्रेस के मनोज मंडावी को हराकर एक बार पिर भाजपा के देवलाल दुग्गा विधायक बने
- 2008 में भाजपा के ही ब्रम्हानंद नेताम यहां से विधायक बने
- 2013 में कांग्रेस के मनोज मंडावी की यहां वापसी हुई, इसके बाद उन्होंने 2018 के चुनाव में भी  भानुप्रतापपुर में अपना कब्जा बरकरार रखा


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4 साल में छत्तीसगढ़ का 5वां उपचुनाव
पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद कराया गया
दूसरा उपचुनाव दीपक बैज के सांसद चुन लिए जाने पर चित्रकोट में नया विधायक चुना गया
तीसरा उपचुनाव अजीत जोगी के निधन से खाली मरवाही विधानसभा क्षेत्र में हुई
चौथा उपचुनाव देवव्रत सिंह के निधन से खाली हुई खैरागढ़ में कराया गया
अब पांचवां उपचुनाव मनोज मंडावी के निधन के कारण भानुप्रतापपुर में कराया जा रहा है


कहां-कहां होना है उपचुनाव
निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में एक संसदीय सीट और पांच विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की घोषणा की है. इसमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी संसदीय सीट के साथ ही ओडिशा की पद्मपुर, राजस्थान की सरदार शहर, बिहार की कुरहनी, छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर और उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट शामिल है.