bilaspur news: बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मिनी-जू कानन पेंडारी (kanan pendari zoo) में वायरस का संक्रमण फैला हुआ है. बाघिन के नर शावक 'मितान' (mitan)  की मौत से कानन में मचा हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि शावक की वायरस इंफेक्शन फैलने से हुई मौत. उसके पोस्ट मार्टम में खुलासा हुआ है कि उसके मौत के पीछे 'फेलाइन पेन ल्यूकोपेनिया' (feline pen leukopenia virus) नामक वायरस था. उसके लंस, लीवर और अन्य आर्गन में संक्रमण फैल गया था.


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दो मादा शावकों को इलाज जारी
अभी दो मादा शावक आनंदी और दिशा का रेस्क्यू सेंटर में उपचार जारी है. उन्हें अब तक 3-3 ड्रीप बॉटल लगाई जा चुकी हैं. दोनों मादा शावकों और मादा बाघिन मां रंभा को आइसोलेट कर दिया गया है. उनका अलग-अलग इलाज किया जा रहा है. अभी खतरनाक वायरस की चपेट आने के कारण उनकी जान थकरे में बताई जा रही है.


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सोमवार को बिगड़ी थी तबीयत
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को 12 बजे शावक मितान को दस्त हुआ था. इसके बाद जू प्रबंधन ने वन्य प्राणी चिकित्सक बुलाकर उसे बाघिन और तीन मादा शावकों से अलग रखकर उपचार शुरू किया. मंगलवार की सुबह तक मितान ने भोजन नहीं लेकिन, उसका तापमान 99.9 पर था. जिस कारण उसे बाघिन रंभा के साथ छोड़ दिया गया. मंगलवार शाम तक उसका टेंपरेचर 100.4 पर था, जिस सामान्य माना गया.


शावक की तबीयत के कारण लगातार उसकी निगराने के निर्देश दिए गए थे. पार्क कर्मचारियों ने रातभर उसपर नजरें टिकाई रखी. शावक और उसकी मां रंभा रात भर सो रहे थे. लेकिन, बुधवार को सुबह उन्होंने पाया कि इसके शरीर में कोई हलचल नहीं है. इसपर उन्होंने प्रबंधन को इसकी जानकारी दी. आनन फानन में पहुंचे अफसरों ने जांचा तो उसकी मौत हो गई थी. पोस्ट मार्टम में सामने आया की वो 'फेलाइन पेन ल्यूकोपेनिया' वायरस के संक्रमण का शिकार हो गया.


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6 महीने बाद हुआ था दीदार
बीते अप्रैल 2022 में मां रंभा ने 4 शावकों को जन्म दिया था. इनमें से 3 मादा और 1 नर शावक शामिल हैं. शावक जन्म के 6 महीने बाद पर्यटक डिस्पले में बाहर लाए गए थे. लेकिन पार्क में फैले संक्रमण से हुई मौत के कारण अब पार्क प्रबंधन सक्ते में आ गया है. क्योंकि पिछले एक साल से पार्क में मौत का सिलसिला जारी है.