Chhattisgarh Political News: छत्तीसगढ़ की सियासत में रासुका (NSA) और धर्मांतरण (Religion Conversion) को लेकर राजनीति गरम होती जा रही है. आपको बता दें की सरकार द्वारा हाल में एक मामले को लेकर राज्य के कई जिलों में रासुका लगा दिया गया था. जिसके बाद विपक्षी पार्टी भाजपा (BJP) ने इस कानून को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है और कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में एमरजेंसी लगाने के संकेत दे रही है. इसके अलावा भाजपा का कहना है कि यह कानून ला कर कांग्रेस (Congress) आदिवासियों का अस्तित्व खत्म करना चाहती है. बता दें कि लगातार बढ़ते विवाद के बीच रासुका और धर्मांतरण के विरोध में आज बीजेपी रायपुर (Raipur News) के धरना स्थल में प्रदर्शन करेगी.


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'कांग्रेस कर रही दबाव की राजनीति'
छत्तीसगढ़ में उमड़े सियासी भूचाल के बीच बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी रासुका के जरिए जन विरोधी कानून लाने का का प्रयास कर रही है. इसके जरिए कांग्रेस प्रदेश भर में दबाव की राजनीति शुरू कर दी है. रासुका का जोरदार विरोध किया जाएगा और पूरे प्रदेश में धर्मांतरण और रासुका की लड़ाई भाजपा लड़ेगी.


'क्यों शुरू हुई रासुका पर राजनीति
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में बीते दिनों में सांप्रदायिक हिंस्से हुए थे. आपको बता दें कि यहां पर ईसाई और आदिवासियों के बीच मारपीट हुई थी जिसके बाद आदिवासी समुदाय के लोगों ने चर्च में तोड़फोड़ की थी. मामला बढ़ता हुआ देख कर जिले में पुलिस बल की भारी तैनाती कर दी गई थी. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा तीन जनवरी को नारायणपुर सहित राज्य के कई जिलों में रासुका कानून लगा दिया था. गृह विभाग का कहना था कि कई जिलों में सांप्रदायिक दंगो के इनपुट मिले है जिसके चलते राज्य के 31 जिलों में यह कानून लगा दिया गया है.


क्या बोले राजनेता
राज्य के 31 जिलों में यह कानून लगने के बाद आदिवासी नेता और राज्य के पूर्व मंत्री ने कहा कि यह कानून लगाकर आदिवासियों की संस्कृति को छीनने का प्रयास किया गया है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि यह कानून लगा कर कांग्रेस सरकार आपात काल की साजिश रच रही है. इस कानून का ईसाई समुदाय ने स्वागत किया और कहा कि यह कानून सबके लिए बराबर है यह किसी एक धर्म और पक्ष के लिए नहीं है.