हितेश शर्मा/दुर्ग: जिला पुलिस (Durg Police) की डिजिटल पहल से अब आम जनता अपनी शिकायत क्यू आर कोड के माध्यम से भी (Complaint through QR code) दर्ज करा सकती है. जनता के साथ सीधा संवाद बढ़ाने के लिए दुर्ग पुलिस ने एक अभिनव प्रयास शुरू किया है. इस नई प्रणाली के माध्यम से शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों का नाम भी गोपनीय रखा गया है. इसी बीच एक शिकायत ऐसी भी आई. जिसके बाद पुलिस कप्तान ने तत्काल थानेदार के खिलाफ मिली शिकायत पर जांच करने टीम का गठन कर दिया है. 


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पीड़ित ने की शिकायत 
दरअसल, क्यूआर कोड के माध्यम से दुर्ग जिले के सभी थानों में फीडबैक लेने के लिए इस तरह के डिजिटल डिवाइस का उपयोग करना शुरू किया गया है. जिसके अंतर्गत आपको बता दें कि पब्लिक फीडबैक के लिए लगाए गए क्यू आर कोड में एक थानेदार की पोल खोल कर रख दी है.क्यूआर कोड स्कैन करके गूगल डॉक्स के माध्यम से एक पीड़ित ने अपनी शिकायत में लिखा कि एसपी साहब थानेदार को समझाइए वर्दी का रौब दिखाते हैं, तमीज से बात नहीं करते. इसके साथ कई फीडबैक फॉर्म भरने वालों ने मॉडिफाइड बुलेट,कार में काली फिल्म लगाकर चलने वाले, थाने में शिकायत नहीं लेने, अपराध दर्ज नहीं करने के लिए पैसे मांगने की शिकायत की है.


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कप्तान ने शिकायतों पर एक्शन लेते हुए टीम का गठन किया
थानेदार के खिलाफ मिली शिकायत के बाद कप्तान अभिषेक पल्लव (Captain Abhishek Pallav)  ने तत्काल इन शिकायतों पर एक्शन लेते हुए एक टीम का गठन कर दिया है.जो कि पूरे मामले पर विशेष नजर रखेगी और जांच भी करेंगे.आपको बता दें कि 2 नवंबर को दुर्ग जिले के सुपेला भिलाई स्मृति नगर पुलिस चौकी लगाया गया था.जिसमें 74 दिनों में 45 लोगों ने फीडबैक दिया है.