हेमंत संचेती/नारायणपुर: छत्तीसगढ़ (CG News) के नारायणपुर (Narayanpur News) जिले के अबूझमाड़ के ग्रामीण अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 200 दिनों से इरकभट्टी , तोयमेटा , ढोंडरीबेड़ा और ओरछा के नदीपारा में धरना दे रहे हैं और उनकी मांगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे थे. ग्रामीणों की मांगों को अबूझमाड़ के युवक-युवतियों ने गीत गाते हुए नाचकर बाजार स्थल में सभी को सुनाया. ग्रामीणों से जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मिलकर उनकी मांगों से रूबरू हुए और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से अवगत कराया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि जिला कलेक्टर से अपनी मांगों को लेकर बातचीत हुई है. उन्होंने हमारी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही है. हम सभी ग्रामीण अपने धरना स्थल जाएंगे जब तक मांग पूरी नहीं होगी धरना प्रदर्शन जारी रखने की बात कही.


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क्या है पूरा मामला?
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के इरकभट्टी में 16 अक्टूबर 2022 से सैकड़ों ग्रामीण अपनी तीन सूत्रीय मांग पेशा कानून लागू करने , वन संरक्षण अधिनियम 2022 और प्रस्तावित नवीन पुलिस कैंप को रद्द करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया. ये धरना प्रदर्शन धीरे धीरे अबूझमाड़ के तोयमेटा, ढोंडरीबेड़ा और ओरछा के नदीपारा तक पहुंच गया और इन चारों जगह पर पिछले 200 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन जारी है, लेकिन इनकी मांगो को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने के कारण ग्रामीण तोयमेटा धरना स्थल में एकत्र होकर 25 किलोमीटर पैदल चलकर जिला मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान पुलिस द्वारा बैरिकेट लगाकर रोकने की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंच कलेक्टर और एसपी से मिले और अपनी मांगो से अवगत कराया.



 


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बता दें कि अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने कलेक्टर से मिलकर अपनी मांगों से अवगत कराने के दौरान पुलिस पर धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेजने और मारपीट करने का आरोप लगाए हैं. साथ ही साथ कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी. उनका यह प्रदर्शन निरंतर जारी रहेगा. हम अपनी मांगों को गीत में पीरोकर नाच गाकर अपनी संस्कृति के अनुसार शासन प्रशासन मांग कर रहे हैं.


मामले को लेकर ये बोले कलेक्टर
पूरे मामले को लेकर कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि पिछले कई महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण की मांगों को शासन तक पहुंचाया जाएगा. शिक्षा स्वास्थ को लेकर जो मांगे ग्रामीणों ने की है. उनका विस्तार जल्द किया जाएगा और ग्रामीणों से कलेक्टर ने अपील की अपना धरना प्रदर्शन बंद कर अपने अपने घर को लौटे. वहीं एसपी ने कहा कि पुलिस पर जो आरोप ग्रामीणों ने लगाया है कि वो गलत है.किसी भी धरना प्रदर्शन के लोगों को गिरफ्तार नही किया गया है.


क्या मांगे होंगी पूरी?
अबूझमाड़ के जल , जंगल और जमीन को बचाने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 200 दिनों से अपने घर को छोड़कर धरना स्थल पर रह रहे है. आज जिला मुख्यालय में कलेक्टर से एसपी से मिले और उन्होंने शासन से उनकी मांगों को अवगत कराने का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है. सबसे बड़ा सवाल है कि क्या इनकी मांगे पूरी होंगी या फिर अबूझमाड़ धरना प्रदर्शन को आग में जलता रहेगा ?