रायपुर: छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों की हड़ताल से प्रशासनिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है. सरकार और तमाम संगठनों में बातचीत होने के बाद भी कोई बीच का रास्ता नहीं निकल रहा है. ऐसे में अब खुद मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से अपील की है. ख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हड़ताली कर्मचारियों से काम पर वापस लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा है, लोगों की आवश्यकता से जुड़े काम रुक जाने से उन्हें परेशानी हो रही है. ऐसे में आप अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करें.


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पुराने फैसलों का दिया हवाला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वो कर्मचारी हित में निर्णय लेंगे. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कर्मचारियों से अपील की है. उन्होंने अपनी अपील के पीछ पुरानी पेंशन बहाली जैसे फैसले का हवाला दिया. कुल मिला कर सरकार ये बताना चाह रही है कि प्रदेश में पहले भी कर्मचारी हित में निर्णय लिए गए हैं. आगे भी ऐसे फैसले किए जाएंगे, लेकिन अभी सभी को काम पर लौटना होगा.



क्या है मुख्यमंत्री का पोस्ट
'हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारियों से मेरी अपील है कि लोगों की आवश्यकता से जुड़े काम रुक जाने से जनता को असुविधा हो रही है. अत: आप सभी कर्त्तव्यों का निर्वहन करें. मुख्यमंत्री ने लिखा कि हमारी सरकार कर्मचारी हित के लिए सदैव तत्पर है. पुरानी पेंशन योजना उसका एक उदाहरण है. राज्य के वित्तीय संसाधनों को देखते हुए हम कर्मचारी हित में निर्णय लेते रहे हैं, आगे भी लेते रहेंगे.


इससे पहले कार्रवाई का निर्देश हुआ था
सोमवार को ही सामान्य प्रशासन विभाग ने हड़ताल को सेवा आचरण नियमों के तहत कदाचार बताया था. इसमें कहा गया था, जो कर्मचारी 25 से 29 जुलाई तक भी हड़ताल पर थे और अब भी हड़ताल पर बैठे हैं, उनका अवकाश स्वीकृत न किया जाए. उतने दिनों तक का वेतन भुगतान नहीं किया जाए और अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा जाए. इसके बाद मंगलवार को ही 1-2 सितंबर तक काम में लौटने वाले कर्मचारियों का सैलरी देने की बात कही गई थी.