Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एक बार फिर अंधविश्वास का खेल देखने को मिला है. बता दें कि यहां पर अंधविश्वास के फेर में दो सगे भाइयों की मौत हो गई है, जबकि 4 लोग बेहोश हो गए हैं, मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि अपने गुरुदेव की तस्वीर रखकर छः लोग साधना कर रहे थे. मंत्रोच्चार के दौरान दो युवकों की हालत बिगड़ने से जान चली गई, ये पिछले दो- तीन दिन से पूजा कर रहे थे. जानिए क्या है पूरा मामला.


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पूरा मामला सक्ती जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के लोहारकोट के तांडुल डीह ग्राम का है, जहां बंद कमरे में पूजा उपासना के कारण दो सगे भाई विक्की गोंड एवं विकास गोंड की मौत हो गई है वहीं अन्य चार लोग बेहोश हुए हैं,जिसमें दो की मानसिक स्थिति सही नहीं है,  बताया जा रहा है कि सभी छः लोग अपने किसी गुरुदेव की तस्वीर रखकर साधना कर रहे थे, वे पिछले दो तीन दिन से पूजा कर रहे थे, इसमें मंत्रोच्चार के दौरान दो युवकों की हालत बिगड़ने से मौत हो गई है, कमरा पूरी तरह से बंद था. 


अन्य मामले
बीते सुकमा जिले के कोंटा थाना क्षेत्र में अंधविश्वास ने जिंदगी छीनी थी. यहां के इकतल गांव में जादू-टोना के शक में ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई. जानकारी के मुताबिक गांव के कुछ लोगों को एक परिवार पर जादू-टोने करने का शक था. इस शक के चलते गांव के 5 लोगों ने मिलकर परिवार के घर में घुसकर हमला किया और पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. 


बिलासपुर का मामला
इसके अलावा  बिलासपुर के सिरगिट्टी बन्नाक चौक स्थित मुक्तिधाम का है. यहां पर जलती चिता के सामने एक काला काला वस्त्र धारण किए हुए महिला हवन-पूजन करने बैठे हुई थी. इस दौरान वहां पर अंतिम संस्कार करने गए लोग वहां पहुंचे तो लोगों की नजरें उनपर पड़ी, तो देखते- देखते वहां भीड़ जुट गई. आसपास के लोगों ने किसी अनहोनी होने की आशंका से लोगों ने महिला तांत्रिक और उसके सहयोगियों को पकड़ कर सिरगट्टी थाने लाया, घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी थाने पहुंचकर तांत्रिक महिला व उसके सहयोगी से पूछताछ भी की तो पता चला कि ये तंत्र क्रिया कर रहे थे.