चुन्नीलाल देवांगन/रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (bhupesh baghel) आज रायपुर के महादेव घाट स्थित सतनाम भवन में छत्तीसगढ़ मेहर समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया. मंच में समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज के लोगों को सलाह देते हुए कहा कि सभी राज्यपाल के पास जाकर पूछो कि हस्ताक्षर कब तक करेंगे. इस दौरान उन्होंने अतिक अहमद की हत्या ( atik ahmed murder) को लेकर योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया.


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'यूपी में  कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं'
इस दौरान उन्होंने कहा कि मितानिन की भर्ती में मेहर समाज की महिलाओं को प्राथमिकता मिलेगी. नया रायपुर में सन्त सिरोमणी रविदास के नाम से चौक का नामकरण किया जाएगा. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आतिक अहमद की हत्या को लेकर कहा जो दावा योगी आदित्यनाथ कर रहे थे. यहां गुंडा का सफाया हो गया है, गुंडा यहां से भाग गए है. लेकिन देखने मे आ रहा है जेल में बैठकर लोगों की हत्या का षड्यंत्र कर रहे है. पुलिस वालों के घेरे में पत्रकार बनकर जाकर गोली दाग दिया कैसे संभव है. कानून व्यवस्था पूरी तरीके से नाकाम है गुंडे खुलेआम बंदूक लेकर उत्तर प्रदेश में घूम रहे हैं. जो दावा कर रहे है. वह बिल्कुल गलत है. उत्तरप्रदेश में कानून व्यवस्था के नाम की चीज नहीं है. 


बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं अरविंद केजरीवाल को CBI द्वारा पूछताछ के लिए बुलाये जाने पर कहा कि मैं तो शुरू से बोल रहा हूं. विधायक के घर में छह करोड़ पकड़ा जाता है. ईडी आईटी क्यों नहीं जा रही है. मध्य प्रदेश में भर्ती में कितना बड़ा कांड हुआ था. हजारों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. शासकीय पैसा अडानी कंपनी में लगा है. आज तक ईडी या सीबीआई ने नोटिस तक नहीं दिया. कर्नाटक चुनाव को लेकर सीएम ने कहा बीजेपी में धीरे-धीरे इसी प्रकार का माहौल बनता जा रहा है. हिमाचल में प्रधानमंत्री के मित्र ने पार्टी छोड़ दी. हिमाचल बीजेपी के हाथ से खिसक गई. अब कर्नाटक की बारी है 40 प्रतिशत कमीशन से लोग त्रस्त है और 10 तारीख का इंतजार कर रहे है. 


बीजेपी के पास मुद्दा नहीं
डि-लिस्टिंग को लेकर निकाली गई रैली पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा डी-लिस्टिंग का मामला राज्य सरकार का नही केंद्र सरकार का है. जो आयोजनकर्ता है. उन्हें बीजेपी के 9 सांसदों का घेराव करना चहिए और दिल्ली जाना चाहिए. 15 साल में ये बात नहीं आई जब रमन सिंह सरकार में थे. आज डि लिस्टिंग की बात हो रही है रैलियां निकाल रहे है. लोकसभा में पारित करे कौन रोक रोक रहा है. बीजेपी के पास मुद्दा बचा नहीं ये गुमराह कर रहे है.


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