रूपेश गुप्ता/रायपुर। केंद्रीय मंत्री अमित शाह एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया था. जिसके बाद इस मुद्दे पर प्रदेश में जमकर सियासत भी देखी जा रही थी. वहीं अब अमित शाह के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. 


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15 साल से आपकी सरकार थी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नक्सलवाद खत्म करने वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''पिछले 15 सालों से छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार थी. जबकि पांच साल केंद्र में भी सरकार रही. तब नक्सलवाद चरम पर था. हमारे नेता, जवान, आम नागरिक सबको हानि हुई थी.''


हमारी नीति की वजह से नक्सलवाद खत्म हो रहा 
भूपेश बघेल ने कहा कि ''छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद आज हमारी जो नीति है विकास विश्वास और सुरक्षा इस नीति को लेकर चल रहे हैं उससे नक्सलवाद पूरा पीछे हट गया है, चुटकी बजाकर नक्सलवाद खत्म करने की बात करते हैं, 5 साल केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार थी तब उस समय चुटकी बजाकर खत्म कर देना था. उस समय आपने चुटकी क्यों नहीं बजाई.''


नक्सलवाद खत्म हो जाएगा: अमित शाह 
दरअसल, 27 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ''नक्सलवाद और माओवाद मानवता के खिलाफ है. इनका खात्मा जरूरी है. लाल आतंक को किसी भी सूरत में ठीक साबित नहीं किया जा सकता है. वामपंथी उग्रवाद का मूल नष्ट करने का काम मोदी सरकार ने किया है. पीएम मोदी अपने काम के प्रति हमेशा संकल्पित रहते हैं. वामपंथी उग्रवाद की कसकर धज्जियां उड़ाने का काम पीएम मोदी ने किया है. वामपंथी उग्रवाद की वजह से मौतों में 66 फीसदी की कमी हुई है. अमित शाह ने कहा कि  छत्तीसगढ़ में सरकार बदल लो, यहां से भी वामपंथी उग्रवाद चुटकी में खत्म हो जाएगा.''


अमित शाह ने रमन सिंह की तारीफ भी की थी 
इस दौरान अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की भी जमकर तारीफ की, उन्होंने मंच से कहा कि ''छत्तीसगढ़ के विकास और नक्सलवाद पर नकेल कसने में रमन सिंह ने अहम भूमिका निभाई है. वामपंथ हमें विरासत में मिला है, जवान शहीद हुए, जनहानि हुई आज नक्सलवाद पर बहुत हद तक लगाम है. छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां धन्यवाद की पात्र हैं, बहुत जल्द हम छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म करने में सफल होंगे.''


राजनीतिक गलियारों में शाह के इस बयान को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि माना जा रहा है अमित शाह का इशारा साफ है कि अगर आने वाले समय में बीजेपी की वापसी हुई तो प्रदेश के बस्तर में जारी नक्सलवाद पर लगाम लग जाएगी. अमित शाह के इसी बयान पर छत्तीसगढ़ में सियासत शुरू हो गई है.