Chhattisgarh News: अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद बीजेपी कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन (BJP Protest) कर रही है. मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है. बीजेपी नेता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसको लेकर कांग्रेस  संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने बीजेपी पर लाशों पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. वहीं भाजपा ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लाशों पर राजनीत कर रही है भाजपा
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी की सरकार थी तब कांग्रेस के बड़े नेताओं की हत्या हुई थी. अब नक्सलवाद में कमी आई हैं तो बीजेपी लाशों को लेकर राजनीति कर रही. भाजपा के 15 साल में 118 कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की नक्सलियों ने हमला किया था. उस दौरान झीरम में नरसंहार हुआ था. तब किसी भाजपा के कार्यकर्ता ने कोई प्रदर्शन नहीं किया था.


ये भी पढ़ें: इंदौर एयरपोर्ट सफाई में पिछड़ा! देश में 1 और एशिया में 8 स्थानों का घाटा,देखें लिस्ट


हम लोग कैसे चुपचाप बैठे रहें?
कांग्रेस के आरोप पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री अयज चंद्राकर ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता लगातार मारे जाएं हम लोग चुपचाप बैठे रहे. कांग्रेस यही चाहती है. यदि कोई दूसरी घटना कांग्रेसियों के साथ घट जाए तो कांग्रेस सीबीआई जांच एसआईटी जांच, न्यायायिक जांच की मांग करते है. झीरम के सबूत मुख्यमंत्री के जेब में हैं तो भी कुछ नहीं होता. झीरम की जांच एफबीआई, सीआईए से जांच करवानी चाहिए. हमारी जान मुर्गे के बराबर है.


इसलिए भाजपा कर रही है प्रदर्शन
दरअसल हाल में ही भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद से भाजपा लगातार सरकार के कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है. पार्टी नेताओं का कहना है कि नक्सलियों को कांग्रेस का संरक्षण प्राप्त है. ये तीन हत्याएं बीते 15 दिनों के अंदर हुई है. इसके बाद पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पांडेय ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से राज्य सरकार के ऊपर हमला बोला था.


Fierce Fire In Slums: भिलाई की पूरी बस्ती जलकर हुई खाक, भीषण आग में फटे कई सिलेंडर

कार्यकर्ता के घर गए थे नड्डा
बीते दिनों भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का छत्तीसगढ़ में दौरा था. इस दौरान अध्यक्ष मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के घर भी गए थे और कार्यकर्ता को श्रद्धाजंलि भी दी थी. उन्होंने भी उस समय कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया था. साथ ही साथ कहा था कि भाजपा नेता विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे थे जिसकी वजह से उनकी हत्या कर दी गई. लेकिन उनकी ये लड़ाई अधूरी नहीं रहेगी.