सत्य प्रकाश/रायपुर: 11 मई को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने CGPSC के रिजल्ट जारी किए. रिजल्ट आउट होने के बाद ही BJP ने अभ्यर्थियों के चयन को लेकर आरोपों की बौछार कर दी. BJP ने कांग्रेस के नेताओं औप प्रशासनिक अधिकारियों के रिश्तेदारों को चयन करने का आरोप लगाया, जिसके बाद से रिजल्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है. अब गुरुवार को कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर BJP पर तीखा हमला बोला है.


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अभ्यर्थियों की प्रतिभा पर राजनीति कर रही BJP
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अभ्यर्थियों को उनकी प्रतिभा का फल मिला है, लेकिन BJP इसपर भी राजनीति कर रही है. कांग्रेस इसकी निंदा करती है. BJP सिर्फ बयानबाजी कर रही है, लेकिन कोई सबूत नहीं पेश कर रही है. 


नाम लेकर बोला हमला
आनंद शुक्ला ने BJP शासनकाल में कुछ नेताओं और अधिकारियों के PSC में चयनित परिजनों के नाम बताए, जिसमें प्रमुख तौर पर साल 2017 में PSC के तत्कालीन अध्यक्ष के आर पिरदा के बेटे का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन, साल 2003 में PSC के तत्कालीन कार्यवाहक अध्यक्ष खेलन राम जांगड़े की बेटी का डिप्टी कलेक्टर पद पर चयन, IPS त्रिलोक बंसल की बहन का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन और एक्स IAS बीएल अग्रवाल के भांजे का चयन शामिल है. उन्होंने कहा कि ये नाम सामने लाने का मकसद इन अभ्यर्थियों की प्रतिभा पर प्रश्नचिन्ह खड़े करना नहीं है. बस ये बताना है कि अधिकारियों, नेताओं और कारोबारियों के रिश्तेदार पहले भी PSC की परीक्षा में सफल रहे हैं और BJP सिर्फ राजनीतिक आरोप लगा रही है. 


BJP ने लगाया था गड़बड़ी का आरोप
BJP नेता गौरीशंकर श्रीवास ने PSC के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी पर गड़बड़ी का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा- PSC के अध्यक्ष ने अपने बेटे, भतीजे और भांजी का सरनेम छुपाकर उनका चयन किया इसलिए रिजल्ट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उत्तर पुस्तिका सार्वजनिक करने और PSC के अधिकारियों के नार्को टेस्ट करने की भी मांग की गई थी.