Deputy CM Vijay Sharma: एक तरफ पुलिस छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में अपने कैंप बना रही है तो दूसरी तरफ नक्सल प्रभावित ग्रामीणों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है. जिसकी एक बानगी बुधवार को राजधानी रायपुर में देखने को मिली. जब सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित गांवों के 40 लोग राजधानी रायपुर पहुंचे. जहां उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इन्हें रायपुर की सैर कराई. उन्होंने बताया कि इनमें से कई लोग ऐसे हैं जो कभी जिला मुख्यालय तक भी नहीं गए होंगे, लेकिन वह पहली बार राजधानी रायपुर पहुंचे हैं. लेकिन सरकार इन्हें मुख्यधारा में लाने में जुटी है. 


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ग्रामीणों से डिप्टी सीएम ने की मुलाकात 


दरअसल, सुकमा जिले में आने वाले पूवर्ती, टेकलगुड़ा और सिलगेर गांव घोर नक्सल प्रभावित हैं, इन गांवों को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. लेकिन अब पुलिस की एंट्री इन गांवों में हो चुकी है. नक्सल कमांडर हिडमा के गांव पूवर्ती में भी अब पुलिस का कैंप स्थापित हो चुका है. ऐसे में तीनों गांवों के 40 लोग जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं, सभी को पहली बार राजधानी रायपुर घुमाने के लिए लाया गया. रायपुर में सभी से डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने मुलाकात की और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया. 


सरकार से जुड़ी जानकारी बताई 


डिप्टी सीएम ने बताया कि ग्रामीणों ने उनसे बातचीत में अपने कई अनुभव साझा किए और बताया कि यहां आना उनके लिए किसी सपने की तरह है. डिप्टी सीएम ने कहा कि जो लोग आए हैं उनमें से ज्यादातर तो संभाग मुख्यालय जगदलपुर भी नहीं आए थे. रायपुर शायद ही कोई कभी आया हो. ऐसे में इन्हें यहां लाने का उद्देश्य यहीं है कि वो ये देखे कि सरकार कैसे चलती है, अधिकारी-नेता सब उनके सेवक है, सब उनके लिए काम करते हैं और उन्हें यह भी बताना चाहते हैं कि दुनिया कितनी आगे निकल चुकी है. इन सभी ग्रामीणों को विधानसभा परिसर के साथ-साथ राजधानी रायपुर में भी घुमाया गया. 


हिडमा के गांव में बना पुलिस कैंप 


दरअसल, बस्तर संभाग का सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा घोर नक्सल प्रभावित जिले माने जाते हैं. लेकिन अब इन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों तक पुलिस पहुंच चुकी है. पिछले दिनों पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले का पूवर्ती गांव नक्सलियों को गढ़ माना जाता है. नक्सल कमांडर हिडमा इसी गांव का रहने वाला है, पहले यहां तक पहुंचने के बारे में सोचना भी मुश्किल था, लेकिन अब पुलिस ने इस गांव में ही अपना कैंप स्थापित कर दिया है. जो पुलिस की बड़ी सफलता है. पुलिस लगातार यहां के लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है. सुकमा जिले के एसपी ने नक्सल कमांडर हिडमा की मां से भी मुलाकात की थी. 


बता दें छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से बातचीत के लिए भी पुलिस तैयार है. गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों को बातचीत का ऑप्शन दिया था, जिसके बाद नक्सलियों ने भी इस मामले में सरकार को पत्र लिखा था. 


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