Chhattisgarh News: रायपुर। चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ईडी की रेड हुई है. इस बार एजेंसी ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के  राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और उनके दो OSD के घर में छापा मारा है. कार्रवाई के बाद राज्य में सियासत भी हो रही है. पक्ष-विपक्ष के साथ ही अब इस मामले में खुद सीएम की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने इसे अपने जन्मदिन से जोड़ते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के लिए बड़ी बात कही है.


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क्या हुई कार्रवाई
बता दें आज सुबह से ही ईडी की कार्रवाई की बात सामने आ रही थी. दोपहर तक क्लियर हुआ कि एजेंसी का ये छापा मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और उनके दो OSD के घर पर मारा गया है. इसके बाद से ही कांग्रेस नेताओं में जमकर आक्रोश देखने को मिला. कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर राजनीतिक कारवाई का आरोप लगाया.


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ED कार्रवाई पर बोले CM
एजेंसी की इस कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा 'जब हमारे कांग्रेस का राष्ट्रीय महाधिवेशन हुआ था, जो लोग व्यवस्था में लगे थे उन सब के घर में छापे पड़े. लेकिन, लगातार हमारा सम्मेलन चला. आज मेरे जन्मदिन के दिन मेरे क्षेत्र में जो ओएसडी काम देख रहे हैं उनके घर में छापा पड़ा. मेरे सलाहकार हैं उनके यहां छापा पड़ा. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के तरफ से इससे बढ़िया गिफ्ट और क्या हो सकता है.'


राजनीतिक छापे पर क्या बोले
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हार चुकी है और इसी कारण से ईडी आईटी यह लोग चुनाव लड़ रहे हैं. उनको ठेका दे दिया गया है. वह निम्न से निम्न स्तर तक उतर आए हैं और अभी तो और होगा जो जानकारी मिल रही है. उसमें अभी ईडी आई है. उसके बाद आईटी के 200- 300 लोगों की टीम और आने वाली है. वह घर घर में छापा डालेंगे गली-गली गांव गांव में जाएंगे. इसका मतलब यह है भारतीय जनता पार्टी को प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है और यह ना समझे कि सत्ता में बैठे हैं तो जिंदगी भर सत्ता में रहेंगे.


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रावण के घमंड से की तुलना
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जब रावण का घमंड नहीं टीका इन लोगों की क्या बिसात है, अति का अंत होता है. छत्तीसगढ़ में यह अति कर चुके हैं. जनता देख रही है और जनता मुंहतोड़ जवाब देगी. यह सोच रहे हैं इन एजेंटीयों के माध्यम से चुनाव लड़ना चाहते हैं. जनता प्रजातांत्रिक व्यवस्था में बहुत आस्था व्यक्त करती है और ऐसे जो लोग हैं जो प्रजातंत्र की भावनाओं को कुचलना चाहते हैं. उसका जवाब नवंबर में जो मतदान होगा दिसंबर में काउंटिंग होगा उसमें मिल जाएगा.


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